अगर आप ब्लैक होल में गिर जाएं तो क्या होगा? कभी आप ने सोचा है. यह फ्री फौल जैसा होगा. आप इस में गिरेंगे तो बिना झटके के गिरते ही चले जाएंगे. यह एक अंतहीन यात्रा होगी. फ्री फौल को आइंस्टाइन ने हैप्पीएस्ट थौट कहा था. हां, अगर ब्लैक होल का आकार छोटा हुआ तो आप को दिक्कत हो सकती है. गुरुत्वाकर्षण का बल तब आप के पैरों में ज्यादा महसूस होगा. लेकिन अगर यह ब्लैक होल सूर्य से भी काफी बड़ा है तो एक हकीकत यह भी है कि इस में आप अपना पूरा जीवन बिता सकते हैं. वैसे यह कितना सामान्य होगा, यह सोचने की बात है, क्योंकि इस में स्पेस और टाइम का कोई मतलब नहीं होगा. यहां आप की कोई इच्छा काम नहीं करेगी और आप पीछे मुड़ कर देख भी नहीं सकेंगे.

मशहूर भौतिकविज्ञानी स्टीफन हौकिंग का कहना है कि ब्लैक होल की गहरी खाई से निकल पाना संभव है. स्टीफन हौकिंग ने ब्लैक होल के बारे में यह नई जानकारी दे कर सभी को चौंका दिया है. अभी तक तो सभी यही जानते थे कि ब्लैक होल से निकलना असंभव है. ब्लैक होल ऐसी खगोलीय चीज है जिस का गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र इतना शक्तिशाली होता है कि प्रकाश तक भी इस के खिंचाव से नहीं बच सकता. इस में एक तरफ की सतह होती है जिसे घटना क्षितिज कहा जाता है. अब तक माना जाता था कि इस के आगोश में आई वस्तुएं बाहर नहीं निकल सकतीं, लेकिन स्टीफन हौकिंग ने अपने नए शोध से यह जानकारी दी है कि इस से बाहर निकल पाना संभव है.

हौकिंग का यह शोधपत्र, फिजिकल रिव्यू लैटर्स में प्रकाशित हुआ है. इस में हौकिंग ने लिखा है कि जैसा पहले ब्लैक होल के बारे में सोचा गया था कि यह अंतहीन कैदखाना है, वैसा यह है नहीं. अगर आप को लगे कि आप ब्लैक होल में फंस गए हैं तो हार मत मानें. वहां से बच निकलने का रास्ता है. हौकिंग द्वारा दी गई यह नई जानकारी न केवल ब्लैक होल की परिभाषा को बदल देगी बल्कि इस बात से भी परदा हट जाएगा कि ब्लैक होल द्वारा निगल ली गई वस्तुओं और जानकारियों का आखिर हुआ क्या?

मुंह पसारता ब्लैक होल

इस नए शोध से पहले हौकिंग भी यह मानते थे कि ब्लैक होल में समा गई सारी वस्तुएं खो जाती हैं लेकिन अपनी समझदारी को विकसित करते हुए उन्होंने इस शोध में बताया है कि ब्लैक होल के भीतर समा गई जानकारी के बारे में फिर से पता लगाना संभव है. अब तक वैज्ञानिकों का मानना था कि ब्लैक होल सपाट होते हैं, लेकिन हौकिंग का कहना है कि ब्लैक होल असल में मुलायम बालों सरीखे आभामंडल से घिरे रहते हैं. ये रोएं उन सभी चीजों की जानकारी संजो कर रखते हैं जो ब्लैक होल में जा समाती हैं.

हौकिंग के इस दावे का यह मतलब कतई न निकालें कि आप ब्लैक होल में गोता लगाएं और दूसरी तरफ से जिंदा बच कर निकल जाएं. दरअसल, इस का मतलब यह है कि आप के शरीर के बजाय आप की जानकारी वहां सुरक्षित रहेगी, जिस का बाहर रिसाव संभव है.

अगर आप ब्लैक होल में गिर जाएं तो क्या होगा? शायद आप सोचते हों कि आप की मौत हो जाएगी. ऐसा संभव तो है लेकिन आप के साथ इस से अलग कई और चीजें भी वहां हो सकती हैं. ब्लैक होल अंतरिक्ष में वह जगह है जहां भौतिक विज्ञान का कोई नियम काम नहीं करता, क्योंकि इस का गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र बहुत शक्तिशाली होता है. इस के खिंचाव से कुछ भी नहीं बच सकता. प्रकाश भी यहां प्रवेश करने के बाद बाहर नहीं निकल पाता है. यह अपने ऊपर पड़ने वाले सारे प्रकाश को अवशोषित कर लेता है. इसलिए यह एक अंधकारमय गुफा की तरह होता है जिस में अनंत वस्तुएं विलीन हो जाती हैं.

ब्लैक होल की चपेट में आ गए तो क्या होगा

मान लीजिए आप किसी दूसरे ग्रह पर जीवन की तलाश में निकले हों और तभी ब्लैक होल की चपेट में आ जाएं, तो क्या होगा? आप ऐसा सोचते होंगे कि ब्लैक होल आप को कुचल देगा. डरिए नहीं, ऐसा नहीं होगा. अगर आप ब्लैक होल की चपेट में आए तो आप के साथ दो बातें हो सकती हैं या तो आप तुरंत जल कर राख हो जाएंगे या फिर बिना कोई नुकसान झेले ब्लैक होल में फंस जाएंगे. फिर उस से आप का निकलना नामुमकिन हो जाएगा. जैसे जब कोई विशाल तारा अपने अंत की ओर पहुंचता है तो वह अपने में ही सिमटने लगता है. धीरेधीरे वह फिर भारीभरकम ब्लैक होल बन जाता है और सबकुछ अपने में समेटने लगता है.

ब्लैक होल के बाहरी हिस्से को इवैंट हौरिजन कहते हैं. क्वांटम प्रभाव के कारण इस से गरम कण टूट कर ब्रह्मांड में फैलने लगते हैं. स्टीफन हौकिंग की खोज के मुताबिक हौकिंग रेडिएशन के चलते एक दिन ब्लैक होल पूरी तरह द्रव्यमान मुक्त हो कर गायब हो जाता है. जब आप ब्लैक होल के अंदर पहुंचते हैं तो इस का केंद्र असीम घुमावदार होता है, जिस में आप फंस कर रह जाएंगे. वहां आ कर समय और स्पेस दोनों अपना अर्थ खो देते हैं और भौतिक विज्ञान का कोई नियम काम नहीं करता. यहां पहुंचने के बाद क्या होगा, यह कोई नहीं जानता, क्योंकि वहां कोई भी नहीं पहुंच सका है. क्या कोई दूसरा यूनिवर्स आ जाएगा या फिर आप सबकुछ भूल कर नई दुनिया में पहुंच जाएंगे. यह रहस्य अभी तक बना हुआ है.

आईफोन भी फेल हो जाएगा

मान लीजिए आप के साथ अंतरिक्ष के सफर में एक साथी रिचा भी है. वह बाहर से खड़ी हो कर ब्लैक होल के अंदर आप को जाते हुए देख रही है. अगर आप इवैंट हौरिजन की ओर आते हैं तो रिचा को ऐसा लगेगा जैसे वह आप को किसी मैग्नीफाइंग ग्लास से देख रही हो. आप उसे स्लो मोशन में नजर आएंगे. उसे आप आवाज दे कर भी कुछ नहीं बता सकते, क्योंकि वहां न तो हवा है और न पानी. अगर आप अपने आईफोन से किसी ऐप के जरिए संदेश भेजें तो भी उसे जल्द नहीं मिलेगा, क्योंकि आप के शब्द तो वहां बहुत देर से पहुंच रहे होंगे. इस का कारण यह है कि ब्लैक होल के अंदर फ्रीक्वैंसी लगातार कम होती जाएगी जो आप को सुनाई ही नहीं देगी. जब आप हौरिजन तक पहुंचेंगे तब रिचा आप को फ्रीज हुआ पाएगी. ऐसा लगेगा मानो किसी ने आप का पौज बटन दबा दिया हो. आप में कोई गति नहीं होगी और आप हौरिजन की भीषण गरमी की चपेट में आ चुके होंगे. हौकिंग रेडिएशन के चलते ब्लैक होल के अंधकार तक पहुंचने से पहले ही आप राख में तबदील हो जाएंगे.

कैसे जन्मा ब्लैक होल

आप को ऐसा लगता होगा कि ब्लैक होल वास्तव में कोई काला बड़ा छेद होगा, ऐसा नहीं है. यह तो मरे हुए तारों के अवशेष हैं. जब तारे मरते हैं तो ब्लैक होल पैदा होते हैं. करोड़ोंअरबों साल के बाद किसी तारे की जिंदगी खत्म होती है और ब्लैक होल का जन्म होता है. यह तेज और चमकते सूरज या किसी दूसरे तारे के जीवन का आखिरी पल होता है और तब इसे सुपरनोवा कहा जाता है. जब किसी तारे में विशाल धमाका होता है तो वह तबाह हो जाता है. उस के पदार्थ अंतरिक्ष में फैल जाते हैं. इन पलों की चमक, किसी गैलेक्सी जैसी होती है. मरने वाले तारे में इतना आकर्षण होता है कि उस का सारा पदार्थ आपस में बहुत गहनता से सिमट जाता है और एक छोटे, काले बौल की आकृति ले लेता है. यही ब्लैक होल होता है. इस का कोई आयतन नहीं होता लेकिन घनत्व अनंत होता है. यह घनत्व इतना ज्यादा है कि आप इस की कल्पना भी नहीं कर सकते. ऐसे ब्लैक होल ग्रह,चांद, सूरज समेत सभी अंतरिक्षीय पिंडों को अपनी ओर खींचने लगते हैं. जितने ज्यादा पदार्थ इस के अंदर आते हैं इस का आकर्षण और भी बढ़ता जाता है. यहां तक कि यह आसपास के प्रकाश को भी सोख लेता है, जिस के चारों ओर घना अंधकार होता है.      

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