आज के समय में कई सारी डाटा लीक की खबरें आ रही हैं, जिसके बाद आम लोग अपनी निजी जानकारी को लेकर चिंतित हैं. फेसबुक डाटा लीक विवाद के चलते फेसबुक की काफी आलोचना हुई, जिसके बाद कंपनी के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने माफी मांगी. इससे पहले भी करीब सात करोड़ क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड की जानकारियां लीक होने की खबरें आई थीं, जबकि कंपनी के आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था में कोई खामी नहीं थी. इसके बावजूद डाटा लीक हुआ, डाटा लीक में शुरुआती जांच से पता चलता है कि इन सब में मूलरूप से थर्ड पार्टी का हाथ था. आपके साथ ऐसा ना हो इसके लिए इसके लिए आपको थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता है. हम आपको यहां कुछ उपाय बता रहे हैं जिनका इस्तेमाल कर आप अपने डाटा या निजी जानकारियों को लीक होने से बचा सकते हैं.

नेटवर्क लौक करना

डाटा लीक होने से बचाने के लिए सबसे पहला उपाय है कि जिस नेटवर्क का आप इस्तेमाल कर रहे हैं, उसे लौक कर दीजिए. जिस प्रकार की वेबसाइट्स आप प्रयोग नहीं करते हैं, उन्हें ब्लौक कर दीजिए. जैसे-जैसे कंप्यूटर और मोबाइल टेक्नोलौजी विकसित हो रही है, डाटा लीक होने की संभावनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं.

महत्वपूर्ण डाटा की पहचान

सबसे पहले यूजर्स को व्यवसाय में इस्तेमाल हो रहे महत्वपूर्ण डाटा की पहचान करनी चाहिए. इसके लिए डाटा लास प्रिवेन्शन साफ्टवेयर (डीएलपी) का इस्तेमाल करना चाहिए. इस तरह के महत्वपूर्ण डाटा किसी भी योजना का ब्लू-प्रिंट, वित्तीय लेखा-जोखा या फिर किसी भी तरह की निजी तस्वीरें भी हो सकती हैं. डीएलपी साफ्टवेयर सुरक्षित की जाने वाली जानकारियों को वर्गीकृत कर देता है, जिसके बाद संस्था या आपको उसकी सुरक्षा के लिए एक योजना के तहत अत्यंत ही महत्वपूर्ण जानकारियों के रख-रखाव की उचित व्यवस्था करनी होती है. यह एक तरह का उत्कृष्ट उपाय है, जिसकी मदद से आप सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को हानि पहुंचने से बचा सकते हैं.

डीएलपी साफ्टवेयर

डीएलपी साफ्टवेयर की मदद से हमें यह भी पता चल जाता है कि डाटा का किस चैनल के माध्यम से आदान-प्रदान हो रहा है. इसके अलावा खासतौर पर, फेसबुक जैसे तमाम सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर थर्ड पार्टी ऐप्स की भरमार होती है, जिनके जरिए प्रायः हमारी जानकारी लीक होने की संभावनाएं प्रबल हो जाती हैं. फेसबुक पर थर्ड पार्टी ऐप्स को एक साथ हटाने के लिए आपको फेसबुक सेटिंग्स में ऐप्स विकल्प के अंदर सभी थर्ड पार्टी ऐप्स मिल जाएंगे, जिन्हें आपने अपने फेसबुक से लिंक किया है. इन ऐप्स को आप एक साथ सेलेक्ट करके रिमूव कर सकते हैं. आप चाहें, तो इन ऐप्स की मदद से फेसबुक पर शेयर किए गए पोस्ट, फोटोज और वीडियो को रख सकते हैं या रिमूव कर सकते हैं.

इन्क्रिप्शन का उपयोग

इन्क्रिप्शन भी तीसरा और एक महत्वपूर्ण कदम है. इसलिए किसी भी निजी, गोपनीय या संवेदनशील जानकारी को इन्क्रिप्ट करना न भूलें. हां ये जरूर है कि इन्क्रिप्शन अभेद्य नहीं होता है, लेकिन ये भी है कि डाटा को सुरक्षित रखने के बेहतरीन तरीकों में से ये एक है. इन्क्रिप्शन के इस्तेमाल की वजह से चुराया गया डाटा अपठनीय और बेकार हो जाता है. नेटवर्क के विभिन्न बिंदुओं पर इन्क्रिप्शन का इस्तेमाल, डाटा के स्थानांतरण और आदान-प्रदान के दौरान होने वाले डाटा लास से आपकी जानकारियों को सुरक्षित कर देता है.

पहुंच और गतिविधियों की निगरानी

डाटा को सुरक्षित रखने के लिए अगला कदम होता है, उसकी पहुंच और गतिविधियों की निगरानी. इसमें हम अपने व्यवसाय से जुड़ी निजी जानकारियों के बारे में एक रियल-टाइम तस्वीर के बारे में पता लगा सकते हैं. इसे डाटा एक्टिविटी मानिटरिंग (डैम) कहते हैं. इसके उपयोग से अनधिकृत कार्यों का पता लगाया जा सकता है.

VIDEO : फंकी लेपर्ड नेल आर्ट

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