‘’कुणाल, कल शाम को तुम ऑनलाइन नहीं थे ?’’
अब वह कैसे कहता कि उसका नेट पैक समाप्त हो गया था. और पैसाबचाने के लिये ही उसने रिचार्ज नहीं करवाया था.
“ मैं नोट्स बनाने में लगा रहा और एक्जाम भी तो नजदीक हैं. इसीलिये किताबों से सिर मार रहा था...’’
“बोर मत किया करो...हर समय पढाई ..पढाई ...मेरी ओर देखो... मैं तुम्हें कितना मिस कर रही थी ...कल मैंने नया हेयर कट करवाया है .... देखो मेरे चेहरे पर सूट कर रहा है कि नहीं....
कुणाल ने सिर उठा कर उसकी ओर देखा तो देखता ही रह गया.....नया हेयर स्टाइल , कटे हुये सेट किये स्ट्रेट बाल ...धनुषाकार ताजा तरीन सेट की हुई आईब्रो के नीचे बड़ी बड़ी आंखें जो हर समय कुछ बोलने को बेताब रहतीं थी ... रेड टी शर्ट और व्हाइट पैंट में वह गजब ढा रही थी. वह एकटक उसे देखता ही रह गया था.
उसने छेड़ने के अंदाज में कहा, ‘’ये क्या तुमने अपने बालों का क्या हाल बना लिया , तुम्हारे कर्ली हेयर तो तुम्हारी पहचान थे ...’’
“अच्छे नहीं लग रहे हैं... मुझे टीज कर रहे हो ...मारूंगी तुम्हें...
स्ट्रेट तो सभी के होते हैं ,तुम्हारे तो घुंघराले घुंघराले बाल थे ....
हां ,कर्ली थे... मुश्किलों में तो मम्मा से परमिशन और 2000 रु- मिले , तब तो इन्हें स्ट्रेट करवा पाई. वह अपने बालों पर अपने हाथों को फेरती है ... मॉम कहती हैं कि केमिकल से बाल खराब हो जायेंगें ...
वह गौर से उसकी बातें सुनता है... ‘’मॉम की बात तो सही है लेकिन स्ट्रेट करवाने की तुम्हें क्या जरूरत पड़ गई? कर्ली बाल में तो तुम बहुत सुंदर लगती थीं’’.