आंखों ही आंखों में कुछ
इशारेइशारे होने दो
मौन शब्द होंठों में
जो बात है दिल में
एहसास प्यार का होने दो
चांदनी रात सुहानी
मदभरी हवा को गाने दो
दो दिल मिल रहे हैं
सांसों में सांसें घुल रही हैं
पल सा इन्हें थमने दो
होंठों को छू के हलके से
प्यार की प्यास बुझने दो
हाथों में हाथ रेशम सा
स्पर्श मदिर मधुर सा
एकदूजे में खो जाने दो
कुछ न कहो आज
खामोशी को कहने दो.
मीना खोंड
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