फिल्म ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ में तनु बनी कंगना रनौत स्टेडियम में लंबी कूद की प्रैक्टिस करते समय फिल्म के हीरो के अचानक सामने आ जाने से उस से टकरा जाती है. राज्य स्तर की हरियाणवी एथलीट का किरदार निभा रही कंगना गुस्से में अपनी सहेली से कहती है, ‘कोई अधेड़ बीच में आ गया था. उस ने टांग तुड़वा दी.’ अभी महीनेभर पहले अपन को बिना लौंग जंप के जंप करना पड़ा. वैसे, उस समय शरीर के साथसाथ दिल भी बल्लियों जंप कर गया था. हुआ यह था कि बंदा रोज की तरह एक पार्क में मौर्निंग वाक करने गया था. बंदा वाक काफी दुरुस्त गति से कर रहा था. ‘दुर्घटना से देर भली’ जैसे उपदेश अमल करने नहीं होते? इसलिए दुर्घटना हो ही गई. एक हसीना इतनी तेजी से हमारे बाजू से टकराते हुए निकली कि हम औंधेमुंह गिरते बचे. लेकिन उस ने न पीछे मुड़ कर देखा और न सौरी बोलने की तकलीफ की.

अपन ऐसे दोहरे धक्का गए कि एक ओर तो कमर व पैर में दर्द उठ गया, दूसरी ओर दर्द दिल में उठा था. यह बाद वाला जोर का था. वह बिजली की फुरती से वाक करती पुरुषों को भी पीछे छोड़ती चली जा रही थी. हम एक बैंच पर बैठ गए. अगले राउंड में जब उस से हमारी आंखें चार हुईं तो उस ने हमें खा जाने वाली नजरों से देखा. हमें लगा कि वह सोच रही होगी कि हम ने पूर्वानुमान लगा कर पीछे देख कर उस के लिए सुरक्षित मार्ग क्यों नहीं बनाया? उस की इन खा जाने वाली नजरों से हमारे खुराफाती दिमाग में एक दूसरा विचार कौंध गया. हाथ देख कर व्यक्तित्व बताने वाले तो हर चौराहे पर हैं, अंक ज्योतिष से भविष्यवाणी करने वाले भी कम नहीं हैं, लिखावट से व्यक्तित्व बताने वाले भी हैं. न जाने कितने और भी तरीके हैं. लड़केलड़कियों की अरेंज्ड मैरिज में गुण मिलाने वाला मामला बड़ा महत्त्वपूर्ण व पेचीदा होता है.

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आजकल सब को पहले दिन से ही आशंका बनी रहती है कि लड़के व लड़कियों में 7 फेरे लेनेदेने के बाद भी 7 महीने भी बनेगी कि नहीं. 7 साल तो थोड़ा ज्यादा हो जाएगा. अब हम ने पार्क में वाक के अलावा बकरबकर टाक करना बंद कर के बची ऊर्जा जितनी भी लड़कियां पार्क आतीं थीं उन की वाक पर केंद्रित कर दिया. ज्योंज्यों अपन इस पर बारीकी से गौर करते नजरें बचा कर, नहीं तो हमेशा इस तरह के काम में सैंडिलों की बरसात का भरपूर सूखे मौसम में भी खतरा रहता है, नएनए निष्कर्ष सामने आते गए. घूरना व पीछा करना अपराध होने के बावजूद अपन जोखिम उठा लगन से यह काम करते रहे. और रोज गगन की ओर देख कर प्रकृति से अपन तेरह हड्डी चौदह बोल्ट फेम काया को सहीसलामत रखने की अपील भी जरूर कर लेते. लड़कियों की चालढाल, गति, स्टाइल, मूड आदि औब्जर्व करते और रोज एक डायरी में नोट करते. अतिशय मेहनत के बाद 3 महीने में हम ने लगभग 50 से अधिक लड़कियों की वाक को बारीकी से औब्जर्व कर एक नए विज्ञान ‘वाकेमिस्ट्री’ का आविष्कार कर ही डाला.

इसे पढ़ेंगे तो आप मेरी तरह कन्ंिवस हो जाएंगे कि वाकई में वाक का तरीका हर व्यक्तित्व का एक रहस्य है, एक यूनीक गुण है. अब आप को रिश्ता तय करते समय कुछ और नहीं करना है, बस, लड़की की चाल यानी वाकेमिस्ट्री के आधार पर व्यक्तित्व का सही आकलन अपने सपूत या कपूत के हिसाब से कर, रिश्ते की हां या ना की चाल चल सकते हैं. पहला सूत्र: यदि लड़की की चाल बंदे से 3 माह पूर्व टकराने वाली हसीना जैसी है, तो लड़की बिंदास तबीयत की हो कर बोल्ड है. एनर्जी से भरपूर प्यार व नफरत दोनों करेगी. ईलूईलू के साथ ही ‘आई हेट यू’ कहने में पलभर नहीं लगाएगी. दूसरा सूत्र : यदि लड़की वाक के दौरान मोबाइल कान पर चिपकाए मुसकराते हुए जा रही है तो यह दीनदुनिया से बेखबर बातूनी तबीयत वाली है. यह दोस्ती व रिश्ते दोनों निभाने वाली शख्सियत है. काम से पहले यह अपने काम को करना जानती है. तीसरा सूत्र : यदि लड़की वाक के बीचबीच में स्ंिप्रट भी लगाती है तो इस का मतलब यह कैसी भी परिस्थतियों से हमेशा सामंजस्य बिठाने में सक्षम रहेगी.

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जरूरत पर ‘आराम हराम है’ रहेगा. इस का व्यक्तित्व संतुलित कहा जा सकता है. जैसे को तैसा फिलौसफी वाली शख्सियत है. लेकिन जरूरत पड़ने पर यह दुर्गा का रूप भी धारण कर सकती है. चौथा सूत्र : यदि यह बहुत धीरेधीरे वाक करती है कि जैसे कि वाक करने नहीं, तफरीह करने आई है तो मतलब सब काम काफी आरामतलबी से करने की आदी है. यदि टीवी के सामने बैठ गई तो बैठी ही रह जाए और यदि किसी के यहां बतोलेबाजी करने पहुंच जाए तो आने का नाम ही न ले. पांचवां : यदि कोई लड़की कभी वाक बिना साथ के न करे तो इस का मतलब है कि यह अकेलेपन से डरती है? इस में कभीकभी आत्मविश्वास की कमी हो जाती है. यदि आप का सपूत कहीं दूर देश में काम कर रहा है तो ऐसी वधू अकेलेपन में डिप्रैशन में जा सकती है. इस के विपरीत कोई लड़की अकेले ही घूमना पसंद करती है तो इस का मतलब है कि वह कैसी भी परिस्थिति से स्वयं निबटने में सक्षम है.

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यदि वाक करते समय कोई पूरे टाइम ईयरफोन लगाए रहती है यानी कोई भी काम को खुशनुमा तरीके से करना चाहती है तो मल्टीटास्ंिकग की खूबी वाली है यह. छठा सूत्र : यदि लड़की वाक के साथसाथ हाथों, पैरों, कंधों, गरदन की ऐक्सरसाइज भी करती चली जा रही हो तो यह क्रिएटिव पर्सनैलिटी टाइप की ओर इशारा करती है और यह भी ुएक के साथ दूसरा काम कर सकती है, जैसे किचन के काम के साथसाथ वाश्ंिग मशीन में कपड़े भी धोते रहना, मोबाइल पर बात भी करते जाना. सातवां सूत्र : यदि लड़की वाक करतेकरते उलटी दिशा में वाक करने लगे या आड़ी हो कर वाक करने लगे तो मान कर चलिए कि यह खतरों की खिलाड़ी है. नएनए प्रयोग हर क्षेत्र में करने की क्षमता रखती है. किचन में रहेगी तो नईनई डिशेज तैयार करने में दिमाग लगाएगी. औफिस में रहेगी तो नवाचार करेगी. ब्याह के समय 7 फेरे होते हैं, तो अभी इस नवीन वाकेमिस्ट्री विज्ञान में पहले चरण में 7 ही सूत्र काफी हैं. बहुत से सयानों की तरह हम सयाने भी इस पर एक ऐप बनाने की सोच रहे हैं.

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