Families stories in hindi : इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आएं हैं सरिता top family stories in hindi 2023, यहां आपको मिलेगी परिवार और रिश्ते से जुड़ी कई सारी दिलचस्प कहानियां. आप इसे पढ़ने के बाद परिवार और रिश्ते के महत्व को और करीब से समझ पाएंगे. तो अगर आपको भी पारिवारिक कहानियां पसंद हैं तो पढ़ें सरिता की ये खूबसूरत कहानियां.

माला चुपचाप एक तरफ खड़ी देखसुन रही थी. तभी सविताजी ने माला को नेग वाली थाली लाने को कहा और इसी बीच कंगन खुलाई की रस्म की तैयारी होने लगी. महिलाओं की हंसीठिठोली और ठहाके गूंज रहे थे पर माला अपनी कंगन खुलाई की यादों में खो गई..

पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें

2. एक गलत सोच: जब बहू चुनने में हुई सरला से गलती

सरलाजी ने जैसेतैसे चाय और पकौड़े बना कर बाहर रख दिए और वापस रसोई में खाना गरम करने चली गईं. बाहर से ठहाकों की आवाजें जबजब उन के कानों में पड़तीं उन का मन जल जाता. सरला के पति एकदो बार किचन में आए सिर्फ यह कहने के लिए कि कुछ रोटियों पर घी मत लगाना, सिमी की भाभी नहीं खाती और खिलाने में जल्दी करो, बच्चों को भूख लगी है.

पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें 

3. अनोखा बदला : राधिका ने कैसे लिया बदला

एक लड़की है बाबूजी. घर के कामकाज के लिए आई है, कहो तो काम पर रख लें?’’ सुषमा ने बाबूजी की तरफ देखते हुए पूछा. केदारनाथ ने उस लड़की की तरफ देखा और सोचने लगे, ‘भले घर की लग रही है. जरूर किसी मजबूरी में काम मांगने चली आई है. फिर भी आजकल घरों में जिस तरह चोरियां हो रही हैं, उसे देखते हुए पूरी जांचपड़ताल कर के ही काम पर रखना चाहिए.’

पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें.

4. कुंआरे बदन का दर्द

‘‘जब तुम ने तलाक दिया तो मैं अपने मांबाप के पास गई. वे इस सदमे को बरदाश्त नहीं कर सके और 6 महीने के अंदर ही दोनों चल बसे. मैं तो उन की कब्र पर भी नहीं जा सकी क्योंकि औरतों का कब्रिस्तान में जाना सख्त मना है.

पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें

5. अनमोल मंत्र: आखिर शिला भाभी ने कौन-सा मंत्र बताया

शिखा ने दामाद बड़ी होशियारी से चुने हैं. बड़े वाले की नौकरी यहां है लेकिन परिवार चंडीगढ़ में, इसलिए बीवी के परिवार को अपना मानेगा ही. छोटे वाला बिखरे घर से है यानी मांबाप का अलगाव हो चुका है. मां डाक्टर है, पैसे की तो कोई कमी नहीं है, लेकिन व्यस्त एकल मां के बच्चे को शिखा के घर का उष्मा भरा घरेलू वातावरण तो अच्छा लगेगा ही.

पूरी कहानी पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें.

6. सूर्यकिरण: मीना ने किस शर्त पर की थी नितिश से शादी

नितीश से अपनी पहली मुलाकात उसे आज भी अच्छी तरह याद हैं. चुस्तदुरुस्त और प्रभावशाली व्यक्तित्व वाले नितीश को देखते ही वह प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकी थी. पर उच्चशिक्षा और ऊंची नौकरी ने उस के आत्मविश्वास को गर्व की कगार तक पहुंचा दिया था.

पूरी कहानी पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें

7.सौतेली मां

 

मां की मौत के बाद ऋजुता ही अनुष्का का सब से बड़ा सहारा थी. अनुष्का को क्या करना है, यह ऋजुता ही तय करती थी. वही तय करती थी कि अनुष्का को क्या पहनना है, किस के साथ खेलना है, कब सोना है. दोनों की उम्र में 10 साल का अंतर था. मां की मौत के बाद ऋजुता ने मां की तरह अनुष्का को ही नहीं संभाला, बल्कि घर की पूरी जिम्मेदारी वही संभालती थी.

पूरी कहानी को पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...