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करुणा सोचसोच कर परेशान थीं, आखिर कैसी विचित्र जिंदगी जीते हैं यहां लोग. न पारिवारिक सदस्यों के बीच कोई बैठक, न सुखदुख की बातें, न साथ खानापीना और न ही एकदूसरे के जीवन में कोई रुचि. सभी अपनेअपने गैजेट्स में व्यस्त हैं, और बाहरी दुनिया में रमे हैं.

करुणा उठ बैठीं. आईमी का जीवन उन्हें सामान्य नहीं लग रहा था. अकसर लड़कियां घरपरिवार में रचीबसी होती हैं. करुणा ने आईमी के कमरे में झांक कर देखा, वह औंधेमुंह बिस्तर पर पड़ी थी. उन्होंने उसे सीधा किया और उस के फोन को उठाया. उन्होंने सोचा, इस से काफी सुराग मिल सकते हैं. पर जैसी जिंदगी वह जीती है, जरूर फोन लौक रखती होगी. क्या करें, उन्हें एक उपाय सूझा, अगर काम कर जाए तो...आईमी के मुख से शराब की बू आ रही थी. उस के कान के पास मुंह ले जा कर उन्होंने धीरे से बुदबुदाया, ‘फोन लौक का पिन?’ नशे में बुझी आवाज से नींद में ही आईमी अचानक कह उठी, ‘‘7494.’’

करुणा जल्दी से फोन ले कर हौल में चली आईं. करुणा को एलिसा ने आधुनिक गैजेट्स की पूरी जानकारी दी हुई थी. उसी के बल पर आईमी के फोन में उन्होंने सेंध मारी. उन्होंने उस के ढेर सारी रेव पार्टियों के अश्लील वीडियो और कई लड़कों के सान्निध्य में खींची गई तसवीरों को अपने मोबाइल में फौरवर्ड किया. उन्हें आईमी के इतना स्वच्छंद होने की उम्मीद नहीं थी. कई अश्लील वीडियो में आईमी सारी सीमाएं लांघ गई थी. वे पसीनापसीना होने लगीं. तुरंत उन्होंने फोन आईमी के कमरे में छोड़ा और अपने बिस्तर पर आ कर लेट गईं.

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