राहुल खाना खाने बैठा तो बौबी ने उस की तरफ देखा भी नहीं और गेट के पास जा कर भूंकने लगी. राहुल ने उठ कर गेट खोल दिया तो सीधे तनु के घर जा कर जोरजोर से भूंकने लगी.
बौबी इस घर को खूब पहचानती थी. तनु ने उसे आया देखा तो खुशी के मारे उस की आंखें भर आईं. उसे गोद में उठा लिया, खूब प्यार किया. बौबी भी उस की गोद से उतरने को तैयार नहीं थी, तनु बहुत खुश हुई.
उस ने अपने लिए अभी बाहर से खाना मंगाया था. उस ने बौबी को अपने साथ खिलाया. खाना खा कर तनु के साथ टाइम बिता कर बौबी अपनेआप राहुल के पास आ गई और आराम से जमीन पर नीचे अपने बैड पर लेट गई.
राहुल और तनु को यह अंदाजा तो बिलकुल नहीं था कि इस बात पर आपस का झगड़ा इतना बढ़ जाएगा कि तलाक की नौबत आ जाएगी, पर अब मामला गंभीर था. तनु के पेरैंट्स ने उसे थोड़ा ऐडजस्ट करने के लिए समझाया पर तनु को बारबार सासूमां के कटु ताने और राहुल का उन को कुछ भी न कहना अब सहन नहीं था.
तलाक की बात भी विभा ने ही फोन पर तनु से की, कहा,'' तुम्हारा गुजारा मेरे सीधेसादे बेटे के साथ होगा नहीं, उस से तलाक लो और उसे चैन से रहने दो.‘’
तनु ने कहा,''मैं तैयार हूं, कर लो अपने बेटे को आजाद...''
विभा ने छलकपट से उन दोनों के बीच तलाक की प्रक्रिया शुरू करवा दी थी. राहुल के पिता थे नहीं. घर में मांबहनों की जिदों का बोलबाला था.