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मुंबई के एक बैंक के अपने केबिन के अटैच बाथरूम से निकलते हुए ब्रांच मैनेजर 45 साल के प्रभास ने अपने फुल स्लीव सी ग्रीन कलर के हलके चेक शर्ट और ब्लैक जींस को थोड़ा एडजस्ट किया, बाथरूम के आईने में घूम कर एक बार और अपने चेहरे का मुआयना किया और बालों को करीना करते हुए अपनी कुरसी पर आ कर बैठे और तुरंत ही टेबल पर रखी घंटी बजाई.

नियमानुसार दरवाजे से पियोन के झांकते ही प्रभास ने उस से कहा, "हेमाजी को बुलाओ."अभी दोपहर के डेढ़ बजने में एक घंटा बाकी ही था, इस बीच 10 बजे से 3 बार हेमा प्रभास के कमरे में आ चुकी थी. ये चौथी बार, और फिर डेढ़ बजे लंच भी साथ ही होने वाला था.

कुछ महीनों से हेमा अपने लंच बौक्स में प्रभास की पसंद का खाना भी लाती है.प्रभास को अपनी मूंछों की याद आ जाती है, और अपने औफिस टेबल के ड्रायर से छोटा सा आईना निकाल कर मूंछों को देखता है, कुछ दिन पहले किए रंग ठीक है, वह आश्वस्त होता है.

दरवाजे की ओर देखते ही हेमा अंदर आती है. 5 फुट 5 इंच की हेमा गोरी और खूबसूरत है, फिगर तो 36 की उम्र में 25 का है ही, 2 बच्चों की मां भी वह कहीं से नहीं लगती. हो भी क्यों न... जिंदगी में आजादी है, सुकून है, पैसे की खनखन है, जो चाहा सब है उस के पास... और एक पति भी. घर और बाहर का काम संभालने, बच्चों को पालने, हुक्म बजाने, उस की डांटडपट खा कर भी उस की सारी जरूरतों को पूरी करने के लिए एक शांतमिजाज आम सा दिखने वाला खास पति. खास ही हुआ न ऐसा पति, जो भारतीय समाज में अजूबा ही है.

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