नेहा का तो पढ़ाई में मन नहीं लगा, परंतु कांची पढ़ने में होशियार थी. नेहा की जल्दी ही शादी कर दी गई. नेहा के सामने वाले बंगले में जब कांची रहने आई तो वह मिलने से कतराने लगी.