क्रिकेट की दुनिया में शायद ऐसा पहली बार ही हो रहा है कि एक के बाद एक कई रिकौर्ड एक ही देश से बन रहे हों, जी हां यह हो रहा है इंग्लैंड में पहले एक ही दिन में पुरुषों के क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने के दो रिकौर्ड बना इंग्लैंड की टीम ने अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का अपना ही रिकौर्ड तोड़ते हुए औस्ट्रेलिया के खिलाफ 481 रन बना डाले इसी दिन इंडिया ए टीम ने भी एक पारी में 458 रनों की रिकौर्ड पारी खेल डाली.
इसके बाद इंग्लैंड में ही महिलाओं ने टी20 मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकौर्ड बनाया और उसके कुछ ही घंटों में तोड़ भी दिया. इस बार भी एक अनोखा रिकौर्ड इंग्लैंड में ही बना है लेकिन सबसे ज्यादा रन बनाने का नहीं .
इंग्लैंड में ही इस बार सिर्फ एक रन के भीतर सात विकेट गिरा दिए गए. इंग्लैंड के कैम्ब्रिजशायर के पीटरबोरो के क्लब मैच में पीटरबोरो क्लब ने हाई वायकोम्ब क्रिकेट क्लब को जीत की स्थिति से हार के लिए मजबूर कर दिया. एक जगह जहां पूरे क्रिकेट जगत में रनों के पहाड़ खड़ा करने पर चिंतन हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ एक ही रन के भीतर सात विकेट गिराने का अजूबा हो गया.
वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, 189 के लक्ष्य का पीछा करने उतरी हाई वायकोम्ब की टीम जीत से महज तीन रन दूर थी और उसके पास सात विकेट बचे हुए थे. यहां से मैच का रोमांच शुरू हुआ. तेज गेंदबाजे केरन जोंस ने चार गेंद में चार विकेट चटका दिए और इस ओवर में एक भी रन नहीं दिया.
आखिरी ओवर डालने की जिम्मेदारी 16 साल के औफ स्पिनर डेनयल मलिक को दी गई. 57 रन बनाने वाले नाथन हौक्स ने पहली गेंद पर एक रन लिया और फिर मलिक ने बाकी के तीन विकेट लेकर पीटरबोरो क्लब को न भूलने वाली जीत दिला दी. इसी के साथ पीटरबोरो ने ईसीबी नेशनल क्लब चैम्पियनशिप का खिताब अपने नाम कर लिया.
ऐसे रिकौर्ड चिंता का विषय है क्रिकेट पंडितों के लिए
उल्लेखनीय है कि इंग्लैड में ही अगले साल जून में आईसीसी का वनडे वर्ल्डकप होने जा रहा है और आगामी जुलाई से सितंबर तक के लिए टीम इंडिया भी इंग्लैंड से तीन तीन मैचों की टी20 और वनडे सीरीज और साथ में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया इंग्लैंड पहुंच चुकी है. अगले साल होने वाले वर्ल्डकप को ध्यान में रखते हुए टीम इंडिया के इस दौरे को काफी महत्व दिया जा रहा है.
लेकिन इंग्लैंड में जिस तरह से रिकौर्ड बन रहे हैं वह क्रिकेट जगत को काफी हैरान करने वाला है. इंग्लैंड की पिचें बड़े स्कोर के लिए नहीं जानी जाती हैं ऐसे में जब वहां उम्मीद की जाने लगे कि वनडे में 500 रनों का स्कोर भी नामुमकिन नहीं है तो फिर क्रिकेट में जिंता स्वाभाविक ही है.