नाओमी ओसाका के साथ यूएस ओपन फाइनल के बाद से सेरेना विलियम्स सुर्खियों में हैं. उस मैच में सेरेना हार गई थीं और उन्होंने चेयर अंपायर पर महिला खिलाड़ियों से भेदभाव करने का आरोप लगाया था. इसके बाद से टेनिस और मीडिया से जुड़ा एक तबका सेरेना के पक्ष में है जबकि एक तबका उनके खिलाफ है.
इसी बीच, ऑस्ट्रेलिया के कार्टूनिस्ट मार्क नाइट इसी मामले पर बनाए अपने कार्टून को लेकर विवादों में घिर गए हैं. नाइट ने ऑस्ट्रेलिया के सबसे लोकप्रिय अखबारों में से एक हेराल्ड सन में प्रकाशित अपने कार्टून में एक ओर सेरेना को रैकेट तोड़ते दिखाया है, तो दूसरी ओर चेयर अंपायर को ओसाका से यह कहते दिखाया है कि क्या वे सेरेना को जीतने दे सकती हैं?
इस कार्टून पर तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है. नाइट के ऊपर नस्लभेदी और लिंगभेदी होने के आरोप भी लगे हैं. पहले भी विवादास्पद कार्टून बनाने के लिए मशहूर रहे नाइट के कार्टून वाले ट्विटर पोस्ट पर 22 हजार से अधिक लोगों ने कमेंट किया है. इनमें ज्यादातर ने उनकी आलोचना ही की है.
हैरी पाटर सीरीज की लेखिका जेके रोलिंग ने लिखा, ‘महानतम स्पोर्ट्स वूमन में से एक को आपने नीचा दिखाया है. साथ ही एक और महान खिलाड़ी को गलत रूप में दर्शाया है.’ नाइट ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि उनका इरादा खराब व्यवहार को दिखाने का था, न कि किसी महिला को नीचा दिखाने का.
अखबार के संपादक डेमन जॉन्सटन ने भी नाइट का बचाव किया है. उन्होंने लिखा है कि नाइट ने एक स्टार खिलाड़ी के खराब प्रदर्शन को सही तरीके से उकेरा है. कार्टून नस्लभेदी या लिंगभेदी नहीं है. उन्हें हम सब का समर्थन हासिल है.
कुछ लोगों ने कार्टून में ओसाका को सुनहरे बाल वाली श्वेत महिला के तौर पर दिखाने पर आपत्ति जताई है. ओसाका की मां जापानी मूल और पिता हैती मूल के हैं. अमेरिका में नेशनल एसोसिएशन ऑफ ब्लैक जर्नलिस्ट ने भी नाइट के कार्टून की आलोचना की है.
अंपायर ने सेरेना पर गेम पेनल्टी लगाई थी
सेरेना को कोचिंग के कारण कोड उल्लंघन, रैकेट पटकने के कारण पेनल्टी प्वाइंट, अंपायर को चोर कहने के कारण चेयर अंपायर कार्लोस ने गेम पेनल्टी लगाई थी. कोचिंग के कारण कोड उल्लंघन इसलिए लगाया गया क्योंकि मैच के दौरान सेरेना के कोच उन्हें हिंट देने की कोशिश कर रहे थे.
नवरातिलोवा ने कहा, सेरेना ने गलती की, पर टेनिस में भेदभाव होता है
पूर्व दिग्गज और 18 ग्रैंड स्लैम विजेता मार्टिना नवरातिलोवा ने यूएस ओपन के फाइनल में सेरेना विलियम्स की हरकत को गलत बताया है. हालांकि वे इस बात से सहमत हैं कि टेनिस में पुरुष और महिला खिलाड़ियों में भेदभाव किया जाता है. न्यूयॉर्क टाइम्स में लिखे अपने आर्टिकल में 61 साल की नवरातिलोवा ने कहा है कि हमें इस बात से खुद का आकलन नहीं करना चाहिए कि क्या गलत करके हम बच सकते हैं. मेरी राय में अगर किसी पुरुष खिलाड़ी ने भी ऐसा किया होता तो वह गलत होता.