कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो उम्र कभी बाधा नहीं बनती. यह बस एक नंबर बनकर रह जाती है. इस बात की मिसाल स्टैफोर्डशायर के रहने वाले क्रिकेटर एलन प्राइस हैं. 80 साल की उम्र में भी वे एक्टिव क्रिकेटर हैं. खास बात यह है कि उन्होंने 56 साल की उम्र में खेलना शुरू किया था.

एलन प्लंबर हैं और पहले फुटबॉल खेला करते थे. एक दिन वे बतौर दर्शक क्रिकेट मैच देख रहे थे. तभी उन्हें सब्स्टिट्यूट फील्डर के तौर पर ग्राउंड पर बुलाया गया. उस दिन 12वां खिलाड़ी बनने के बाद से वे नियमित तौर पर अपने लोकल क्लब निपर्सली के प्लेइंग इलेवन में शामिल रहने लगे. वे लगभग हर रविवार को स्टोन एंड डिस्ट्रिक लीग में खेलने लगे.

एलन प्राइस के साथी खिलाड़ी एलन स्मिथ कहते हैं कि हर कोई उनसे प्यार करता है और लीग में सम्मान की नजर से देखता है. खासकर प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी उनका बहुत आदर करते हैं. जब वे विपक्षी टीम के मैदान पर खेल रहे होते हैं, तब भी दर्शक उनके लिए तालियां बजाते हैं. वे एक गेंदबाज हैं और अब भी विकेट लेते हैं. लेकिन, उनका मुख्य योगदान युवा खिलाड़ियों में सुधार लाने का रहता है.

जिस उम्र में लोग पेंशन लेकर घर बैठते हैं, उस उम्र में प्राइस लीग क्रिकेट में 16.07 के औसत से 243 विकेट ले चुके हैं. यह इस लीग में पांचवां सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा है. जून 2014 में बर्सलेम के खिलाफ उन्होंने 32 रन देकर सात विकेट लिए थे. यह इस लीग में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. उन्होंने कुल 18 बार पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया है. 79 साल की उम्र में 2017 में उन्होंने एक सीजन में 38 विकेट लिए थे. यह एक सीजन में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.

लीग के सचिव बोले, पिछले 10 साल में बेहतरीन प्रदर्शन

लीग के सचिव डेविड पावेल ने कहा, ‘मैं उन्हें निजी तौर पर नहीं जानता हूं. लेकिन, पिछले 10 साल में उन्होंने जैसा प्रदर्शन किया है वह काबिले तारीफ है. वे अपनी टीम के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ियों में से एक हैं. यकीन ही नहीं होता कि वे 80 साल के हैं. वे हम सभी के लिए उदाहरण हैं क्योंकि वे इस उम्र में भी कमाल का प्रदर्शन करते हैं.

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