भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप के दूसरे मैच में पाकिस्तान ने पाकिस्तान ने टॉस जीता और बल्लेबाजी का फैसला किया. शुरू में पाकिस्तानी बल्लेबाज संभल कर चले. पहले 7 ओवर तक पाकिस्तान के अगर रन नहीं बने तो विकेट भी नहीं गिरे थे. यहां पर पार्टनरशिप ब्रेक करने के लिए यूज़वेंद्र चहल को लाया गया.
चहल की एक बॉल इमाम उल हक के पैड पर लगी और एलबीडब्ल्यू अपील हुई. कप्तान रोहित शर्मा रिव्यू लेने में ज्यादा इंटरेस्टेड नहीं थे, लेकिन तभी धोनी ने कहा कि इस पर रिव्यू कर लेना चाहिए. रिव्यू लेने की बात अगर धोनी कहें तो कप्तान टाल नहीं सकते और हुआ भी यही. इमाम उल हक बिल्कुल विकेट के बीचों बीच पाए गए और थर्ड अंपायर ने उन्हें आउट दिया.
पारी के 8वें ओवर में 24 रन पर पाकिस्तान का पहला विकेट गिरा. इसके बाद विकेट और भी गिरे और 15 ओवर होते होते तीन विकेट पर पाकिस्तान का स्कोर 58 रन था. यहां से शोएब मलिक और सरफराज़ के बीच साझेदारी हुई.
इमाम उल हक इन फॉर्म बैट्समैन हैं. उन्होंने पिछले मैच में भी बढ़िया बल्लेबाजी की और अगर वह रिवयू के मार्फत आउट नहीं होते तो बड़ी पारी खेलते. अगर इमाम 10 रन बनाकर यूं आउट न होते तो संभवत पाकिस्तान इस मैच में 350 रन भी बना सकता था. लेकिन महेंद्र सिंह धोनी बहुत चतुर और चालाक हैं. उन्होंने भांप लिया कि यहां रिव्यू बनता है और बल्लेबाज आउट है.
बाद में जब अंपायर ने आउट दिया तो साथी खिलाड़ियों ने धोनी की इस दूरदर्शिता की खूब तारीफ की. सभी साथी खिलाड़ी पहुंचे और धोनी को विकेट की बधाई देने को देने लगे.