चिली के हाथों कोपा अमेरिका कप हारने के बाद अर्जेंटीना के फॉरवर्ड फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेसी ने अंतरराष्ट्रीय खेल से संन्यास की घोषणा कर दी है. मेसी अब अर्जेंटीना के लिए नहीं खेलेंगे लेकिन बार्सेलोना फुटबॉल कप के लिए अपना खेल जारी रखेंगे.
मेसी को इस वक्त दुनिया का सबसे लाडला फुटबॉलर खिलाड़ी कहना गलत नहीं होगा. उन्होंने अर्जेंटीना में एक इंटरव्यू के दौरान अपने संन्यास की घोषणा की है. अर्जेंटीना फुटबॉल संघ के साथ मेसी की कुछ समस्याएं भी जग जाहिर थीं.
अर्जेंटीना के लिए इंटरनेशनल फुटबॉल के मेजर टूर्नामेंट में यह लगातार सातवीं हार है. इसमें कोपा अमेरिका के अलावा कनफडरेशन्स कप और फीफा वर्ल्ड कप भी शामिल हैं. 2014 वर्ल्ड कप में मेस्सी की टीम को जर्मनी के खिलाफ खिताबी मुकाबले में हार झेलनी पड़ी थी.
इन सभी हार के लिए मेस्सी को बहुत आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा है. उनके लिए यहां तक कहा गया कि वो देश की जर्सी को महसूस ही नहीं करते और ना ही राष्ट्रीय गान गाते हैं. कुछ दिन पहले उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखा था - AFA एक मुसीबत है...!!
'जितना कर सकता था किया
कोपा अमेरिका के फायनल में चौथी बार हार का स्वाद चखने के बाद 29 साल के बार्सेलोना खिलाड़ी ने कहा 'मेरे लिए राष्ट्रीय टीम का साथ यहीं खत्म होता है. मैं जितना कर सकता था किया, चैंपयिन नहीं होना दुख पहुंचाता है.'
स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लिया. मेसी ने यह निर्णय कोपा अमेरिका के 100वें संस्करण के फाइनल में हार के बाद लिया. अर्जेंटीना के मेसी ने कोपा अमेरिका के फाइनल में पेनल्टी शूटआउट मिस किया था. इससे हतोत्साहित होकर मेसी ने ऐसा कदम उठाया.