आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम भले ही वाका की उछाल भरी पिच का फायदा उठाकर मंगलवार को होने वाले पहले वनडे से ही भारतीय टीम पर दबाव का लक्ष्य लेकर चल रही हो लेकिन अनुभवी भारतीय टीम मेजबान टीम के युवा और कमोबेश गैर अनुभवी खिलाडिय़ों को अपनी धुन पर नचाने के लिए कमर कस चुकी है. अपने पहले ट्वंटी और दूसरे वनडे अभ्यास मैच में भारत ने 74 रन और क्रमश: 64 रन से जीत दर्ज की थी और अपनी तैयारियों को पुख्ता किया.
ओपनर रोहित शर्मा ने वनडे अभ्यास मैच में अर्धशतक ठोककर फार्म में वापसी का संकेत दिया जबकि रहाणे, शिखर धवन, विराट कोहली की मौजूदगी से भी अनुभवी टीम इंडिया बराबरी की टक्कर देने के लिए तैयार दिख रही है. दूसरी ओर घरेलू परिस्थितियों में खेल रही विश्व चैंपियन आस्ट्रेलिया भले ही बड़े बड़े दावे कर रही हो और खुद को सीरीज जीतने की प्रबल दावेदार मानती हो, लेकिन फिलहाल उसके पास अनुभवी चेहरों की भारी कमी दिखती है जिसके शीर्ष खिलाड़ी या तो रिटायर हो चुके हैं और या फिर चोटिल हैं.
भारत और आस्ट्रेलिया आखिरी बार वनडे विश्वकप कप फाइनल में जगह बनाने के इरादे से एक दूसरे से भिड़े थे और उस समय टूर्नामेंट की सह मेजबान टीम ने टीम इंडिया को उसके खिताब बचाओ अभियान से रोक दिया था लेकिन लगभग 10 महीने के इस समय में आस्ट्रेलिया के लिए स्थिति काफी बदल चुकी है. मेजबान टीम के पास अब माइकल क्लार्क, मिशेल जानसन, ब्रैड हैडिन जैसे चेहरे नहीं हैं तो तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क चोटिल हैं. वहीं चयनकर्ताओं ने अनुभवी आलराउंडर शेन वाटसन को टीम में चुना ही नहीं है. ऐसे में युवा कप्तान स्टीवन स्मिथ के नेतृत्वमें जोएल पेरिस जैसे पदार्पण खिलाड़ी अनुभवी भारतीय टीम के सामने फिलहाल दमदार नहीं दिख रहे हैं.
विराट की फार्म निश्चित ही भारत के लिये अहम है जिसका लक्ष्य सीरीज की शुरूआत विजयी अंदाज में करना है. पहले टी 20 अभ्यास मैच में जहां विराट ने अर्धशतक ठोका था तो वहीं वनडे अभ्यास में उन्होंने केवल सात रन बनाए जबकि शिखर भी चार रन ही बना सके. लेकिन इस मैच में रोहित ने 67 रन की पारी से फार्म में वापसी का संकेत दिया. रोहित की फार्म दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी कुछ खास नहीं थी. वहीं भरोसेमंद खिलाड़ी रहाणे भी अहम होंगे जबकि कप्तान धोनी की निजी फार्म भी पिछले काफी समय से आलोचनाओं के घेरे में है.
भारत को आस्ट्रेलिया दौरे पर आने से पहले सीमित ओवर सीरीज के लिए अभ्यास का बहुत समय नहीं मिला है क्योंकि वह यहां दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज संपन्न होने के कुछ दिनों के अंतर पर आई है. इसलिए अभ्यास की कमी भी टीम इंडिया के लिए कुछ परेशानी कर सकती है. इसके अलावा घरेलू क्रिकेट में कमाल का प्रदर्शन करने वाले जडेजा और नंबर एक टेस्ट गेंदबाज और आलराउंडर रविचंद्रन अश्विन टीम की ढाल बन सकते हैं.
आस्ट्रेलियाई टीम लगातार मान रहा है कि उसे वाका की उछाल भरी पिच का फायदा मिलेगा लेकिन दोनों ही टीमों के पास बराबरी का मौका होगा. यहां पिच पर उछाल और तेजी की उम्मीद है. लेकिन देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी टीम इन परिस्थितियों का फायदा उठा पाएगी. वैसे आस्ट्रेलिया में आस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम का वनडे में कोई खास रिकार्ड नहीं रहा है और वर्ष 2008 के बाद से कुल छह वनडे में उसने एक ही जीता है.
पर्थ में होने वाला मुकाबला भारत के लिये रैंकिंग के लिहाज से भी खास होगा क्योंकि आईसीसी के अनुसार यदि भारत पांच मैचों में एक भी जीत जाता है तो वह वनडे में रैंकिंग में अपने दूसरे स्थान पर बना रहेगा. वैसे टीम इंडिया के पास विराट, शिखर और धोनी के रूप में तीन ऐसे खिलाड़ी हैं जो वनडे रैंकिंग में शीर्ष 10 में हैं जबकि आस्ट्रेलिया से केवल ग्लेन मैक्सवेल ही हैं. लेकिन भारत के लिए यह याद रखना अहम होगा कि मैदान पर समीकरण बदलते देर नहीं लगती है और आस्ट्रेलिया को किसी भी वक्स हल्के में लेना उसकी भारी भूल साबित हो सकती है.