भारत से ग्रुप मैच में हारने वाली अर्जेंटीना ने बेल्जियम को 4-2 से हराकर पहली बार ओलंपिक मेंस हॉकी का गोल्ड जीत लिया है. अर्जेंटीना इससे पहले कभी भी ओलंपिक के सेमीफाइनल और फाइनल में नहीं पहुंची थी और इस बार जब वह रियो ओलंपिक के फाइनल में पहुंची तो उसने अपने पहले ही ओलंपिक फाइनल में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया.

इससे पहले अर्जेंटीना की टीम ने शानदार प्रदर्शन के दम पर गत चैंपियन जर्मनी की चुनौती को 5-2 से ध्वस्त करते हुए खिताबी दौर में प्रवेश किया था. वहीं बेल्जियम की टीम ने अंतिम चार के मुकाबले में विश्व की दूसरे नंबर की टीम हालैंड को 3-1 से शिकस्त देते हुए फाइनल में स्थान बनाया था.

पहले हाफ में अर्जेंटीना ने शानदार खेल दिखाया. टीम के खिलाड़ी पूरी जान से मैच को जीतने के लिए खेल रहे थे. डिओडोरो सेंटर में हुए स्वर्ण पदक मुकाबले में बेल्जियम के फारवर्ड तांगुय कोसिन ने मैच के दूसरे ही मिनट में गोल कर अपनी टीम का खाता खोल दिया.

बेल्जियम की यह बढ़त ज्यादा देर तक कायम नहीं रह सकी और अर्जेंटीना के कप्तान इबारा पेड्रो ने दूसरे क्वार्टर के समाप्त होने से 4 मिनट पहले ही मैच के 11वें मिनट में शानदार गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया. इसके ठीक 3 मिनट बाद 14वें मिनट में अर्जेंटीना के इग्नेसियो ओर्टिज ने एक और गोल दाग कर स्कोर 2-1 कर दिया. अर्जेंटीना की टीम पहले क्वार्टर तक 2-1 की बढ़त बनाए हुए थी.

दूसरे हाफ की शुरुआत में ही अर्जेंटीना ने गोल कर अपनी बढ़त को 3-1 कर दिया. उस समय लग रहा था कि मैच एकतरफा हो रहा है पर तभी बेल्जियम की तरफ से गॉथियर बोकार्ड ने शानदार गोल कर 3-2 का स्कोर कर दिया. इसके बाद दोनों टीमों की तरफ से जोरदार खेल देखने को मिला. मैच खत्म होने के कुछ देर पहले ही अर्जेंटीना ने एक और गोल कर टीम को 4-2 से चैंपियन बना दिया.

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