भारत की 101 वर्षीय धाविका मान कौर ने न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में वर्ल्ड मास्टर्स गेम्स की 100 मीटर फर्राटा स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीत लिया. चंडीगढ़ की रहने वाली मान कौर स्पर्धा के 100 या अधिक आयु वर्ग में अकेली प्रतिस्पर्धी थीं और उन्होंने एक मिनट 14 सेकंड में रेस पूरी कर स्वर्ण पदक हासिल किया.

टूर्नामेंट में आगे वह 200 मीटर रेस में भी हिस्सा लेंगी. इसके अलावा मान कौर ने गोला फेंक और भाला फेंक स्पर्धाओं के लिए भी पंजीकरण करवाया है. बेटे गुरदेव सिंह से प्रशिक्षण प्राप्त मान कौर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुकी हैं.

गुरदेव भी धावक हैं और कनाडा में रहते हैं. बेटे के प्रोत्साहन पर मान कौर ने 93-वर्ष की अवस्था से एथलेटिक्स शुरू की. वह पूरी दुनिया में होने वाले मास्टर्स गेम्स में 20 से अधिक पदक जीत चुकी हैं.

उम्र के इस दहलीज पर आकर उनके जोश और उत्साह में कोई कमी नहीं आई है. यही वजह है कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में खेलते हुए वह अबतक 17 गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं.

एक वेबसाइट की मानें तो मान कौर ने कहा कि, 'मेरा बेटा जो भी करता हैं, मैं उसी का अनुसरण करती हूं. मैं अपने बेटे के साथ रोज अभ्यास करती हूं. खुद को फिट और स्वस्थ रखना मुझे पसंद है. मरते दम तक दौड़ती रहूंगी.'

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