यूं तो क्रिकेट में कई रोचक घटनाएं सुनने और देखने को मिलती है. लेकिन टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में आज तक किसी ने ऐसा नहीं सुना होगा. ऐसे कई बल्लेबाज हैं जो 99 पर आउट हो चुके हैं. लेकिन शायद ही ऐसा कभी हुआ होगा कि किसी बल्लेबाज का 99 पर स्टंप होना उसका प्रशंसक बर्दाश्त नहीं कर पाया और इसी सदमे में उसकी मौत हो गई.
आप सोच रहे होंगे की ऐसा कैसे हो सकता है. लेकिन यह घटना बिल्कुल सच है. दरअसल 62 वर्ष पहले ऐसा हो चुका है. जनवरी 1955 में भारत के खिलाफ लाहौर टेस्ट में पाकिस्तान के मकसूद अहमद को सुभाष गुप्ते की गेंद पर विकेटकीपर नरेन तम्हाणे ने स्टंप कर दिया. उस वक्त मकसूद 99 रन पर थे और वे अपने पहले शतक से चूक गए.
यह सदमा रेडिया पाकिस्तान पर कमेंट्री सुन रहा उनका प्रशंसक झेल नहीं पाया और दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई. और इसके बाद वे टेस्ट क्रिकेट में कभी शतक नहीं लगा पाए.
मकसूद ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत 16 अक्टूबर 1952 को भारत के खिलाफ की थी. आजादी से पहले मकसूद पंजाब की तरफ से खेला करते थें. वह पहले ऐसे पाकिस्तानी खिलाड़ी थे जिसने इंग्लैंड के खिलाफ 1952 में प्रोफेशनल क्रिकेट खेला. कुल 16 टेस्ट मैच खेलते हुए मकसूद ने 507 रन बनाएं.
टेस्ट क्रिकेट में अब तक दो ही बार हुआ है, जब कोई बल्लेबाज 99 रन पर स्टंप हुआ हो. दूसरी बार भारत के कोच रह चुके न्यूजीलैंड के जॉन राइट के साथ ऐसा हो चुका है. 1992 के क्राइस्टचर्च टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ फिल टफनेल की गेंद पर जैक रसेल ने उन्हें 99 रन पर स्टंप कर दिया था.