भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को क्या सचमुच टी-20 से बाहर कर दिया गया है? या क्या वाकई उन्हें टीम से साइडलाइन कर दिया गया है? ऐसे कई सवाल हैं जो टी-20 से धोनी के बाहर होने पर क्रिकेट प्रेमियों के बीच सुर्खियों में बने हुए हैं. हालांकि सूत्रों को हवाले से पता चला है कि क्रिकेट टीम के चयनकर्ता धोनी को टीम से बाहर कर टी-20 वर्ल्ड कप की तैयारियों के लिए अन्य युवा खिलाड़ियों को मौका देना चाहते हैं.

जानकारी मिली हैं कि चयनकर्ताओं ने टीम मैनेजमेंट के जरिए धोनी को अपना फैसला बताया है. इसमें उनसे कहा गया कि अब वक्त आ गया है कि उनके आगे भी देखा जाए. चयनकर्ताओं को अब नहीं लगता कि धोनी औस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप का हिस्सा होंगे. इसलिए फैसला लिया गया कि टी-20 में उन्हें खिलाने का क्या मतलब. जहां तक अंतर्राष्ट्रीय एक दिवसीय क्रिकेट में धोनी के भविष्य का सवाल है. इसपर फैसला लेने के लिए धोनी के विवेक पर छोड़ दिया गया है.

बीसीसीआई सूत्रों ने एक समाचार पत्र को बताया, ‘चयनकर्ताओं ने खिलाड़ियों के चयन के लिए होने वाली मीटिंग से पहले टीम मैनेजमेंट के जरिए धोनी को बता दिया था कि अब समय आ गया है कि क्रिकेट के छोटे से प्रारूप में युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जाए. सभी जानते हैं कि 2020 के टी-20 वर्ल्ड कप तक धोनी नहीं चल सकते. इसलिए चयनकर्ताओं को महसूस हुआ कि धोनी की जगह अब दूसरे खिलाड़ी को खोजना शुरू कर देना चाहिए.’ वहीं अब यह देखना बाकी है कि धोनी अपने एक दिवसीय क्रिकेट पर क्या फैसला लेते हैं. इस मामले में बोर्ड के अधिकतर सदस्य मानते हैं कि अगले साल विश्व कप तक टीम में धोनी का होना जरुरी है, जबकि वो इस मामले में भी लगातार रनों के लिए संघर्ष कर रहे हैं. चयनकर्ताओं का मानना है कि धोनी की विकेट कीपिंग और पूर्व में कप्तानी के अनुभव के चलते वह दबाव में कप्तान विराट कोहली की खासी मदद कर सकते हैं.

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