वर्षों वर्षों बाद सुष्मिता सेन और लारा दत्ता के मिस यूनिवर्स चुने जाने के बाद वह समय फिर पूरे 21 साल बाद लौटा जब पंजाब की हरनाज ने अपने खूबसूरती और लाजवाब प्रति उत्तरों से दिग्गजों को लाजवाब कर दिया.यह रिपोर्ट बताती है कि सौंदर्य प्रतियोगिताओं में खूबसूरती के साथ एक खूबसूरत अच्छा दिल और मन होना भी परम आवश्यक है.
कोई लड़की सुंदर भी हो और अपनी बातों से दुनिया भर को प्रभावित भी कर ले यह बहुत दुर्लभ बात होती है. मिस यूनिवर्स के रूप में इजराइल में हो रहे इस दफे की प्रतियोगिता में भारत की हरनाज संधू ने जब कठिनतर प्रश्नों का जवाब सहज भाव से दिया तो सब कुछ एक तरफ और हरनाज के जवाब एक तरफ हो गए.अपने मंत्रमुग्ध कर देने वाले प्रतिउत्तर के कारण उसे मिस यूनिवर्स चुन लियाया गया.
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आईए आज आपको बताते हैं कि ब्रह्मांड सुंदरी के रूप में चयनित हरनाज संधू ने अखिर क्या जवाब दिया जो पूरी दुनिया लाजवाब हो गई और उसके सर माथे पर मिस यूनिवर्स का ताज पहनाया गया. आज के कठिन समय में युवा महिलाओं को संदेश और पृथ्वी और पर्यावरण के संरक्षण के संदर्भ में हरनाज संधू ने जो जो बातें कही है वह यह बताता है कि हरनाज संधू एक सुंदर सुकन्या ही नहीं बल्कि एक प्रज्ञा से युक्त अच्छे हृदय की इंसान भी है.
आमतौर पर यह माना जाता है कि मिस यूनिवर्स का मतलब ही होता है खूबसूरती, मगर यह सच नहीं है. हरनाज संधू की सफलता ने इतिहास रच दिया है और बता दिया कि खूबसूरती से बड़ी चीज होती है बौद्धिक समझदारी. और यही मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता की एक ऐसी खूबसूरती है जो मानवता, संवेदना और दुनिया को अपना बनाने की सोच के साथ एक गहरी सीख भी दी जाती है.
जलवायु परिवर्तन और हरनाज
मिस यूनिवर्स के रूप में चयनित भारत की चंडीगढ़ के एक की सामान्य सी लड़की हरनाज संधू ने प्रतियोगिता में प्रश्नों के जवाब दिए वह लाजवाब करने वाले थे. उनसे पूछा गया कि जलवायु परिवर्तन को छलावा माना जाता है आप क्या कहना चाहती हैं. इस पर उन्होंने जो जवाब दिया वह लोगों का दिल जीत जाता है उन्होंने कहा-” मेरा दिल टूट जाता है जब प्रकृति को देखती हूं वह कितनी दिक्कतों से गुजर रही है. यह हमारा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार है. यह समय कम बात करने और काम करने का है. हमारा हर कदम प्रकृति को बचा सकता है या नष्ट कर सकता है. रोकथाम और सुरक्षा करना पछताने से मरम्मत से बेहतर है।”
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इसी तरह से युवा महिलाओं के लिए जब संदेश पूछा गया तो उन्होंने कहा- खुद पर भरोसा करना जरूरी चीज है, यह मानिए कि आप अनोखे हो, दुनिया में जो हो रहा है बात करिए मैं खुद पर विश्वास करती हूं..
हरनाज संधू से 21 वर्ष पहले लारा दत्ता मिस यूनिवर्स चुनी गई थी. इतने लंबे समय बाद भारत को मिस यूनिवर्स के रूप में गर्व करने का क्षण आया है.एक बहुत ही सामान्य परिवार की हरनाज संधू ने एक तरह से कहा जाए कि हौसलों की उड़ान भरी है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी. एक गांव की लड़की ने पूरी दुनिया में भारत की खूबसूरती और बुद्धिमत्ता का झंडा लहरा दिया है. आज भारत गर्व के साथ पूरी दुनिया के सामने खड़ा है और दुनिया हरनाज संधू के कारण देश का लोहा मान रही है