सेक्स की दवाइयां और उसका कारोबार दुनिया भर में आज अरबों रुपए का है. और कामोत्तेजना बढ़ाने मानव सभ्यता के प्रारंभ से ही इंसान का शगल और सपना रहा है. जाने कितने किस्से कहानियां हम पढ़ते रहे रहें हैं जिनमें कामोत्तेजना बढ़ाने के लिए दवाओं का इस्तेमाल किया जाता रहा था.
अब आधुनिक समय में वियाग्रा एक ऐसा नाम है और उसका क्या काम है यह किसी से छुपा हुआ नहीं है. मगर इसके उपयोग से जाने कितनी जाने जा रही है उसका कोई आंकड़ा आपको नहीं मिलेगा. ऐसे में हम बता रहे हैं- इसका उपयोग करना कितना घातक है.
हाल ही में महाराष्ट्र में एक व्यक्ति की मौत से फिर वियाग्रा चर्चा में है और वियाग्रा पर प्रश्नचिन्ह लग चुका है ऐसे में जितनी जल्दी हो सके पर प्रतिबंध लग जाए तो यह व्यापक जनहित में उचित होगा.
दरअसल, महाराष्ट्र की आरेंज सिटी नागपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है जो सरकार के सामने यह सच लेकर खड़ा है कि वियाग्रा पर प्रतिबंध लगा देना दीजिए. यहां एक 25 साल के युवा की मौत अपनी कथित प्रेमिका के साथ संबंध बनाते वियाग्रा इस्तेमाल के बाद हो गई. गौरतलब है कि यह घटना नागपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित सौनेर के एक होटल में घटित हुई. कथित तौर पर यह सामने आया है कि व्यक्ति की मौत का कारण वियाग्रा का ओवरडोज रहा है.मगर पुलिस अन्य सभी संभावनाओं को देखते हुए घटना की तफ्तीश कर रही है.
पुलिस ने बताया है कि मृतक का नाम अजय पारटेकी है, वह अपनी महिला मित्र के साथ रविवार 3 जुलाई 2022 की शाम को सौनेर के एक होटल में गया था. जहां महिला मित्र के साथ संबंध बनाते समय वह अचानक गिर पड़ा और बेहोश हो गया. युवक के अचानक बेहोश हो जाने के बाद उसकी महिला मित्र ने उसके एक अन्य मित्र के साथ ही फोन करके जानकारी दे कर बुलाया .
बचकर रहना समझदारी
जिस तरह से वियाग्रा को लेकर के देश दुनिया में कथित रूप से घटनाएं घटित हुई है उससे एक ही संदेश प्रसारित हो रहा है कि हमें वियाग्रा से बच कर रहना चाहिए इसका इस्तेमाल जानलेवा भी हो सकता है.
सेक्स के सुप्रसिद्ध डॉक्टर आर के अग्रवाल के अनुसार इन दवाइयों से ब्लड फ्लो बढ़ जाता है. ट्रीटमेंट के दौरान इसे 30 से 100 एमजी तक दिया जाता है. दरअसल जब इस दवा को हाई डोज में ले लिया जाता है तो ब्लड प्रेशर गिर जाता है. बीपी इतना कमतर हो जाता है कि हार्ट और ब्रेन की ब्लड सप्लाई बंद हो जाती है. परिणाम स्वरूप इलाज ना मिलने पर मृत्यु संभावित है.
डॉक्टर आर के अग्रवाल के अनुसार बिना हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह के वियाग्रा का इस्तेमाल कतई नहीं करना चाहिए.
महत्वपूर्ण तथ्य है कि वियाग्रा के ओवरडोज का ये पहला मामला नहीं है, ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भी घटित हो चुका है जहां वियाग्रा के ओवरडोज के कारण एक युवक की मरणासन्न अवस्था हो गई थी उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया डॉक्टरों में अथक प्रयास से उसकी जान बचाई.
सुप्रसिद्ध सेक्स विशेषज्ञ सनंददास दीवान के अनुसार काम उत्तेजना पैदा करने के लिए ली जाने वाली वियाग्रा ब्लड प्रवाह को बढाती है, ऐसे में नशा पत्ती फिर सैक्स उत्तेजक दवाई खतरनाक परिणाम देती है. दीवान का कहना है कि आज की युवा पीढ़ी पहले की तरह मजबूत नहीं है खानपान पहले जैसा नहीं रहा जिससे शरीर में आज से पचास साल पहले जैसी ताकत युवाओं में नहीं है . वियाग्रा का उपयोग सीधे तौर पर क्षणिक आनंद के लिए है मगर इससे शरीर बर्बाद हो जाता है और जान भी जा सकती है.
दरअसल,शोध में भी है पाया गया है कि अक्सर इसका सेवन करने वाले लोगों की आंखों की रोशनी तक जा सकती है. अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने इसके कुछ साइड इफेक्ट भी बताए हैं. इनमें आंखों की रोशनी जाना, पीठ में दर्द, उल्टी होना, त्वचा पर पड़ना, बेहोश होना और हार्ट अटैक होना शामिल है.