'बच्चे मन के सच्चे...' ये गाना तो आपने सुना ही होगा. कहते हैं बच्चे बहुत मासूम होते हैं और अपने आस-पास की चीज़ों और बातों को सुनकर बहुत कुछ सीखते हैं. बच्चे जो देखते हैं भले ही वो गलत हो या सही बहुत जल्दी उसे अपना लेते हैं. इसलिए पेरेंट्स को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो क्या सीख रहे हैं.
आइये आज हम आपको एक ऐसा वीडियो दिखाते हैं, जिसमें एक 12 साल का बच्चा जब स्कूल से लौटता है, तो वो अपनी मां को स्कूल की क्या कहानी सुनाता है. बच्चे की कहानी सुनकर उसकी मां सोचने पर मज़बूर हो गई और फिर प्रिंसिपल को एक लेटर लिखा. आप भी सुनिए उस 12 साल के बच्चे की कहानी.
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