इंजीनियरिंग, मैडिकल और सिविल सर्विसेज में कैरियर ट्रैडिशनल कैरियर के रूप में शुमार होता है, लेकिन सूचना प्रौद्योगिकी के विकास के साथ अब इन परंपरागत कैरियर्स की चमक फीकी पड़ने लगी है. ऐसे में रोजगार की प्रकृति में भी काफी बड़े परिवर्तन हो रहे हैं. आने वाले दशकों में सूचना प्रौद्योगिकी में अभूतपूर्व प्रगति और तकनीक के निरंतर बदलते स्वरूप के मद्देनजर कैरियर और रोजगार के विकल्पों की प्रकृति में भी परिवर्तन की संभावनाएं हैं. प्रस्तुत हैं, इसी क्षेत्र में 10 नायाब कैरियर औप्शंस का ब्योरा :
1. ऐप डैवलपर एवं प्रोग्रामर
आज ऐंड्रौयड फोन की लौंचिंग ने मोबाइल तथा नैटवर्किंग की दुनिया में क्रांति ला दी है. इस के परिणामस्वरूप हजारों ऐप्स आ रहे हैं. लेटैस्ट ऐप्स की तकनीक ने इस क्षेत्र के ऐक्सपर्ट्स के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के नए अवसरों का सृजन किया है. एक रिसर्च के अनुसार आज 16 हजार से अधिक मोबाइल ऐप्स इस्तेमाल में हैं. अत: आने वाले वर्षों में ऐप प्रोग्रामर और डैवलपर के रूप में नए रोजगार के कई विकल्प खुलेंगे.
2. सोशल मीडिया मैनेजर
सोशल मीडिया कम्युनिकेशन तथा बिजनैस का एक महत्त्वपूर्ण प्लेटफौर्म है. सोशल मीडिया के रूप में फेसबुक से ले कर ब्लौगिंग, ट्विटर और व्हाट्सऐप सोशल और फेमिलियल कनैक्शन के एक महत्त्वपूर्ण माध्यम के अतिरिक्त बिजनैस, गुड्स और सर्विसेज की पब्लिसिटी का भी बड़ा माध्यम साबित हो रहा है. वर्तमान में हर छोटीबड़ी कंपनी अपने प्रोडक्ट्स के बेहतर प्रैजेंटेशन के लिए सोशल मीडिया मैनेजर का यूज कर रही है. इस दिशा में कंप्यूटर साइंस में प्रोफैशनल क्वालिफिकेशंस और ऐक्सपीरियंस वाले ऐक्सपर्ट्स के लिए रोजगार के बेहतर विकल्प खुल रहे हैं.
3. मिलेनियम जनरेशन ऐक्सपर्ट
मिलेनियम जनरेशन का सामान्य अर्थ जनसंख्या के उस हिस्से से है, जो 1980 के दशक के बाद डिजिटल टैक्नोलौजी और मास मीडिया के मध्य पलीबढ़ी पीढ़ी है. यह पीढ़ी जनरेशन वाई के नाम से जानी जाती है. लेकिन मिलेनियम जनरेशन ऐक्सपर्ट से आशय उन ऐक्सपर्ट्स और प्रोफैशनल्स से है जो कंपनी के लाभ में वृद्धि और परफौर्मैंस में बेहतरी के लिए एक कंसल्टैंट और गाइड का काम करते हैं. इन ऐक्सपर्ट्स का मुख्य कार्य कंपनी के मैनेजिंग बोर्ड को वर्कर्स के काम करने के ढंग, व्यवहार और इमोशनल लैवल के बारे में गाइड करना होता है ताकि श्रमिकों के साथ उन की समझदारी के लैवल पर ही व्यवहार किया जा सके और कंपनी के प्रोडक्शन और प्रौफिट में निरंतर वृद्धि हो.
4. क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विस प्रोवाइडर
क्लाउड कंप्यूटिंग बिजनैस के क्षेत्र में बड़ीबड़ी कौर्पोरेट कंपनियों के लिए एक महत्त्वपूर्ण डाटा रिसोर्स प्रोवाइडर के रूप में काम कर रहा है. यह एक ऐसी नैटवर्किंग सेवा है जिस से सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित क्षमताएं सेवा के रूप में उपलब्ध कराई जाती हैं. आईबीएम ने भारत में क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विस के विकास में 100 करोड़ डौलर का निवेश कर 200 रिसर्चरस की सेवा ली है. वर्तमान में आईबीएम के छोटेबड़े लगभग 1 हजार से अधिक कमर्शियल क्लाइंट्स हैं जिन्हें वे उत्पाद और सेवा उपलब्ध की जा रही हैं जिन की वे मांग करते है. इसे इनफौर्मेशन टैक्नोलौजी का आउटसोर्सिंग भी कहते हैं.
अब अधिकांश कंपनियां अपनी सेल तथा टर्नओवर बढ़ाने के लिए डाटा बेस मैनेजर, इंजीनियर और स्ट्रैटेजिस्ट की अधिक संख्या में मांग करने लगे हैं, जिस के फलस्वरूप इस क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उपलब्ध हो रहे हैं.
5. मार्केट रिसर्च डाटा माइनर
व्यापार में रिसर्च और डाटा विश्लेषण के महत्त्व को नकारा नहीं जा सकता, खासकर आज जबकि पूरी दुनिया एक ग्लोबल विलेज के रूप में तबदील हो चुकी है और हम ने अपनी अर्थव्यवस्था को विश्व के देशों के लिए खोल दिया है. जब हम रिटेल तथा थोक मार्केटिंग के डाटा और उपभोक्ताओं के व्यवहार से संबंधित फैर्क्ट्स और फिगर्स का विश्लेषण करते हैं तो हमें इस से कईर् लाभ प्राप्त होते हैं. पहले तो हमें अपनी प्रोडक्शन कौस्ट को कम करने तथा अपने प्रौफिट को अधिकतम करने में मदद मिलती है. आने वाले वर्षों में डाटा में इच्छुक उम्मीदवारों के लिए इस क्षेत्र में रोजगार के कई औप्शंस उपलब्ध हैं.
6. यूजर ऐक्सपीरियंस डिजाइनर
किसी वैबसाइट, वैब ऐप्लिकेशन या फिर डैस्कटौप सौफ्टवेयर की सफलता यूजर्स के फीडबैक मसलन, क्या वह विशेष वैबसाइट उस यूजर की आवश्यकता को पूरा कर पाती है, क्या वह वैबसाइट यूज करने में आसान है, क्या उस वैबसाइट से कस्टमर्स को क्वालिटी इनफौर्मेशन मिल पाती है, इत्यादि पर निर्भर करता है और इसी के आधार पर यह भी निर्भर करता है कि कोईर् व्यक्ति उस वैबसाइट का रैगुलर यूजर बना रहेगा कि नहीं. एक यूजर ऐक्सपीरियंस डिजाइन प्रोफैशनल हमेशा इस बात की कोशिश करता है कि एक यूजर किसी विशेष वैबसाइट का रैगुलर यूजर बना रहे और उसे गुणवत्तापूर्ण सेवा प्राप्त होती रहे. जो प्रोफैशनल इस प्रकार के यूजर ऐक्सपीरियंस डिजाइन (यूऐक्स) पर काम करते हैं वे यूजर की फीलिंग्स का अवलोकन कर उन का मूल्यांकन करते हैं. इस प्रकार वैबसाइट, ऐप्लिकेशन या सौफ्टवेयर को यूजर के यूटैलिटी लैवल को संतुष्ट करने के लायक बनाया जाता है. इस क्षेत्र में जौब औप्शंस बड़ी संख्या में उपलब्ध हैं. इस क्षेत्र के उम्मीदवार में प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के साथसाथ फोटोशौप पर भी काम करने की योग्यता होनी चाहिए.
7. सस्टेनेबिलिटी प्रोफैशनल
विश्व के देशों के तेजी से बढ़ते ग्रोथ रेट के कारण दुनिया में पर्यावरण संतुलन हमारे लिए चिंता का विषय बन चुका है. वायुमंडल में कार्बन एमिशन की अत्यधिक मात्रा के कारण ग्लोबल वार्मिंग और अनियमित जलवायु परिस्थिति की समस्याएं हमारे लिए ज्वलंत प्रश्न हैं और इन पर नियंत्रण के लिए आने वाले निकट वर्षों में पर्यावरण वैज्ञानिकों की बड़े पैमाने पर नियुक्ति की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. पर्यावरण संकट विश्व संकट है और इस के फलस्वरूप व्यावसायिक कंपनियां पर्यावरण विशेषज्ञ और वैज्ञानिकों की नियुक्ति कर रही हैं. इस क्षेत्र में एनवायरनमैंट साइंटिस्ट और बिजनैस मैनेजर के लिए जौब प्रौस्पैक्टस की संख्या में बड़ी तेजी से वृद्धि होने की अपार संभावनाएं हैं.
8. नैनोटैक्नोलौजिस्ट
क्या आप ने कभी महसूस किया है कि आज से एक दशक के पूर्व टैलीविजन का आकार कितना बड़ा होता था? डैस्कटौप, घड़ी, कैमरा और अन्य विभिन्न इलैक्ट्रौनिक उपकरण भी बड़े आकार के होते थे. किंतु सूचना प्रौद्योगिकी के वर्तमान सोफिस्टिकेटिड युग में वैज्ञानिक इनोवेशन के कारण इन उपकरणों और अन्य गैजेट्स के साइज में आश्चर्यजनक रूप से परिवर्तन हुआ है. ये सभी उपकरण समय के साथ साइज में छोटे होते जा रहे हैं. यह सभी इनोवेशन नैनोटैक्नोलौजी कहलाते हैं. तकनीकी परिवर्तन की इस परिस्थिति में इस प्रकार के इलैक्ट्रौनिक उपकरणों की रिपेयरिंग के लिए वैसे तकनीकी ऐक्सपर्ट्स की जरूरत होगी जिन्हें नैनो तकनीशियन कहते हैं. इस जौब के लिए कैंडिडेट्स को और्गैनिक कैमिस्ट्री के साथ मौलिक्यूलर बायोलौजी और माइक्रोफैब्रिकेशन में डिग्री की आवश्यकता होती है और आने वाले वर्षों में इस में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं.
9. वेस्ट मैनेजमैंट कंसल्टैंट
फास्ट वैज्ञानिक ऐडवांसमैंट तथा तकनीकी इनोवेशंस के साइड इफैक्ट्स के रूप में इलैक्ट्रौनिक गार्बेज, जिसे ‘ईवेस्ट’ भी कहते हैं, एक गंभीर समस्या का रूप लेता जा रहा है. इस ईकचरे को यदि उचित ढंग से नष्ट न किया जाए तो इन में मौजूद खतरनाक रसायन स्वास्थ्य के लिए काफी घातक साबित हो सकते हैं. इस के उचित और फास्ट डिस्पोजल के लिए बायोलौजी और कैमिस्ट्री ग्रुप के सब्जैक्ट्स वाले हाई क्वालिफाइड युवाओं की आवश्यकता होती है. गार्बेज डिस्पोजल मैनेजमैंट में डिग्री होल्डर्स के लिए यह क्षेत्र अच्छे जौब का गोल्डन पासपोर्ट माना जाता है.
10. चीफ लिसनिंग औफिसर
कहते हैं कि लिसनिंग इज लर्निंग अर्थात सुनना सीखना है, लेकिन जब आप किसी कंपनी के चीफ लिसनिंग औफिसर होते हैं और आप उस कंपनी के उपभोक्ताओं की प्रतिक्रियाओं को सावधानीपूर्वक सुनते हैं तो आप न केवल उस कंपनी को लाभ कमाने के योग्य बनाते हैं बल्कि आप भी प्रशंसा और पुरस्कार के भागी बनते हैं. चीफ लिसनिंग औफिसर की जिम्मेदारी सोशल मीडिया मैनेजर जैसी ही होती है. यद्यपि चीफ लिसनिंग औफिसर का जौब बिलकुल नया है, लेकिन इन की जिम्मेदारी की संवेदनशीलता और अहमियत को नजर में रखते हुए यह उम्मीद करना अप्रासंगिक नहीं है कि आने वाले कुछ वर्षों में इस क्षेत्र में जौब की संभावनाएं बड़ी तेजी से बढ़ने वाली हैं.