सरिता हमेशा ही अपने लेखों के जरिए पैसों के दिखावे और फिजूलखर्ची के खिलाफ रहते पाठकों को इस के नुकसानों से आगाह करती रही हैं . लेकिन मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी की शादी के बारे में क्या कहें … यही कि अंबानीज के पास अथाह दौलत है . बिलकुल समुद्र के पानी जैसी जिस में से बेटे की शाही शादी के लिए 5 हजार करोड़ बूंदे निकाल लेने से जल राशि कम नहीं होने वाली और न ही समुद्र सूख जाने वाला .

इसलिए आलोचना ईर्ष्या और नसीहत छोड़ते सदी की इस भव्य और खर्चीली शादी का लुत्फ ही उठाएं. किसी सर्कस के मानिंद जिस ने शो अनवरत चलता रहता है. किरदार आतेजाते रहते हैं अपनेअपने करतब दिखाते हैं . हम देखने वालों के हिस्से में हाथ से जुड़ी जो दो हथेलियां हैं उन से ताली बजाएं और अपनीअपनी रनिंग कमेंट्री देते रहें , अपनी संतानों की शादी में 5 हजार करोड़ फूंकना तो सपना है क्योंकि 50 लाख जुटाने में 25 लाख का कर्ज हो जाता है जिसे अगले 10 साल मय ब्याज के किश्तों में चुकाते रहते हैं .

उम्मीद थी कि अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी न्यूज़ चैनल्स पर पूरी दिखाई जाएगी . लेकिन निराशा उस वक्त हाथ लगी जब खासखास चैनलों को थोड़ीथोड़ी वीडियो क्लिप्स मंदिर के प्रसाद की तरह बांट दी गईं कि लो इन्हें ही दिखा कर टीआरपी बढ़ा लो .

इन्हें खास चैनलों ने दिखाया भी .दान की गईं क्लिप्स की मियाद पूरे आधे घंटे की भी नहीं थी जिसे चैनलों ने एक एक घंटे तक घसीटघसीट कर दिखाया. टीवी वालों के पास यह सहूलियत है कि वे एक ही चीज को 3 – 4 बार दिखा सकते हैं . कभी स्लो मोशन में तो तो कभी फास्ट मोशन में. उन्होंने यही किया. जिओ वर्ल्ड सेंटर जहां यह राम विवाह सा हो रहा है वहां अंदर जाने की इजाजत एंकरों को नही थी. सो वे बाहर के नजारे ज्यादा दिखाते रहे कि देखो अनिल कपूर, प्रियंका चोपड़ा, माधुरी दीक्षित, रजनीकांत और संजय दत्त सरीखे फिल्म स्टार दूल्हे अनंत के साथ नाच रहे हैं.

ये क्लिपिंग्स स्टूडियो पहुंची तो वहां मौजूद एंकरों को ही बताना पड़ा कि अब बच्चन साहब अपनी फैमिली के साथ पधार चुके हैं लेकिन उन के साथ बहू ऐश्वर्या राय नहीं है पर दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में ऐश्वर्या अपनी बेटी अराध्या के साथ नजर आ रही थी. कुछ क्रिकेटर भी आए हैं और लालू राबड़ी यादव भी आए हैं. देखिए अब किंग खान भी अपनी पत्नी गौरी खान के साथ आ चुके हैं जिन्हें देख कर अंबानी परिवार के सदस्यों का चेहरा और खिल उठा है. वे फलां रंग का सूट पहने हुए खूब जंच रहे हैं तो अनुपम खेर ने भी काला सूट पहना हुआ है.
तमाम मेहमानों ने एक खास जगह खड़े हो कर पोज दिए फिर हाथ हिलाते कहां गुम हो गए पता ही नहीं चला. क्योंकि इस के बाद कैमरों की रेंज खत्म होती जा रही थी.
इधर लोगों के मुंह में पानी आ रहा था कि वे ढाई हजार डिश क्यों नहीं दिखाई जा रही जिन्हें अल्प भोजी मेहमान उदरस्थ करेंगे. एक सीन में बनारस की चाट दिखा दी गई कि यह बनारस की मशहूर चाट है जिसे नीता अंबानी ने बनारस में चखा था और अच्छी लगने पर इन 50 कारीगरों को मुंबई बुला लिया था . इस चाट की खूबी यह है कि यह कुल्हड़ में परोसी जाती है.लोग खुश हुए कि चलो एक दिखी तो अब मुमकिन है कि बाकी 2499 भी दिखेंगी लेकिन उन की यह ख्वाहिश पूरी नहीं हुई . क्योंकि मीडिया वालों की हदें यानी लक्ष्मण रेखा पहले ही खींची जा चुकी थीं कि आप खाने वाली जगह नहीं जाओगे जो भी करना है, यहीं कर लो.
करने के नाम पर वहां एबीपी का ही एंकर कोई जैन ज्यादा दिख रहा था. लेकिन बेचारा बुरी हालत में था उसे लगता है कि 2 फुट जगह ही एलौट की गई थी. जहां वह कसमसाता सा खड़ाखड़ा क्रिकेट मैच सरीखी कमेंट्री करता जा रहा था. जब वह कमजोर पड़ता था तो बात स्टूडियो में बैठी मैडम संभाले ले रहीं थीं जिन की ड्रैस तो चमक रही थी लेकिन सुंदर चेहरा मुरझाया हुआ था शायद उन्हें जिओ वर्ल्ड न जा पाने का गम साले जा रहा था.

सारे न्यूज चैनल को शायद हिदायत थी कि ये किसी चुनिंदा क्लिपिंग्स रात 10 से 11 बजे के बीच ही दिखाई जाए. सो वे बारीबारी से अनंत राधिका के विवाह का यह हजारवा हिस्सा दिखा रहे थे और शीर्षकों में तुकबंदी गढ़ रहे थे.मेहमानों और मेजबानो की ड्रैस जूते ज्वैलरी के बारे में बता रहे थे. इतनी दयनीयता की उम्मीद मीडिया से हमेशा से ही रही है कि वे कोई तुक या मुद्दे की खबरें न दिखाएं और जो दिखाए उस में भी मनोरंजन और नाटकीयता में खुशामद का तड़का जरूर होना चाहिए क्योंकि चैनल्स आम लोगों के सब्सक्रिप्शन से कम अंबानी अडानी और रामदेवो जैसे कारोबारियों के इश्तिहारों से ज्यादा चलते हैं.
इधर देश दुनिया में जो हो रहा था उसे आधे घंटे के लिए विश्राम दे दिया गया था. क्योंकि इस खबर के आगे उन की हैसियत वही थी जो रेलवे के स्लीपर डब्बे की फर्स्ट एसी के आगे होती है. दुनिया का विरला ही कोना होगा जहां से गोरेकाले सांवले मेहमान न आए होंगे अब यह और बात कि इन के नाम भी अपने चैनल वाले नहीं जानते थे सो देखिए, विदेशी मेहमान भी पगड़ी पहन कर आ रहे हैं जैसी बातें कर वे अपनी अज्ञानता छिपा ले गए.

इधर कुछ लोगों को उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोस्ताना निभाने आएंगे. लेकिन वे नहीं आए तो भी लोग निराश नहीं हुए उन्होंने अपने आप को यह कहते तसल्ली दे ली कि वे 13 जुलाई को आएंगे क्योंकि उन के मुंबई में कई सरकारी कार्यक्रम भी हैं. अब भला कुबेर के यहां पुत्र का विवाह हो और साक्षात प्रभु फूल बरसानें न आएं यह तो ज्यादती और एक अपौराणिक बात है . इसलिए बिना किसी अधिकृत सूचना के यह मान लिया गया कि मोदीजी आशीर्वाद समारोह में आएंगे और आए भी. क्योंकि वरवधू सहित पूरे अंबानी परिवार को राजा के आशीर्वाद की सख्त जरूरत है. तोहफे तो वे ठेकों और लाइसैंसों की शक्ल में देते ही रहते हैं. कभीकभी तो सस्ते में हवाईअड्डे तक बेच देते हैं .

इधर देश के ड्राइंग रूमों में भी हताशा का माहौल था जो पूरी शादी देखने के मूड और तैयारियों से बैठे थे. इन आम नागरिकों को फिल्म के नाम पर उस का टीजर दिखा कर अगली खबर एक एनकाउंटर की देखने मिली तो वे टीवी बंद कर अपनेअपने मोबाइल फोन में व्यस्त हो गए.न्यूज चैनल वाले इसी में खुश थे कि चलो इतने बड़े भंडारे के प्रसाद से आधे घंटे में ही टीआरपी बढ़ गई. मुमकिन है अंबानी साहब आशीर्वाद समारोह का पूरा कवरेज करने की इजाजत दे दें तो मजा आ जाएगा.
मजा कितना आएगा यह आज शाम पता चलेगा लेकिन इधर देश भर के लोग पैसों की इस नुमाइश पर किलपते रहे क्योंकि उन के पास इतना पैसा नहीं है और न कभी होगा तो मान यह लिया जाए कि ज्यादा पैसे वालों से कम पैसे वाले चिढ़ते ही हैं.
सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही इस शादी जो 1 मार्च से किश्तों में चल रही है पर लोगों ने अपनी भड़ास और कुंठा भी तरहतरह से निकाली कि जियो के रिचार्ज की दरें बढ़ा कर हमारे पैसे से मुकेश अंबानी अपने बेटे की शादी कर रहे हैं. इस से तो अच्छा था हमें भी बुला लेते तो हम तो जिंदगी भर का रिचार्ज करा लेते.

उम्मीद की जानी चाहिए कि 15 जुलाई को यह तमाशा खत्म हो जाएगा और अंबानीज अपने कामधंधे से लग जाएंगे और सब से पहले आम बजट में हमे क्या मिला इस का अध्यन करेंगे. हालांकि बजट का ब्लू प्रिंट हो सकता है पहले ही उन्हें उपलब्ध करा दिया गया हो कि लो भैया देख लो कुछ फेरबदल करना हो तो बता देना
अब इकलौती जिज्ञासा यह रह गई है कि राहुल सोनिया गांधी के इनकार के बाद मोदी जी आएंगे या नहीं. तो आइए आज रात तक और इंतजार करते हैं.और अगर मोदी जी आए तो तय है कि मोदी परिवार के कई और छोटेबड़े नेता भी शिरकत कर भव्यता के साक्षी बनेंगे और ढाई हजार व्यंजनों में से अपने पसंदीदा व्यंजन चखेंगे.
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