आजकल की पीढ़ी खुद से प्यार करती है। लड़कियां खुद अपनी खुशियों को पूरा करना जान गई हैं। लड़का हो या लड़की वह इस बात को समझ गए हैं कि बुरे रिश्ते में रहना मानसिक और शारीरिक तौर पर बीमार बना देता है. इसलिए आजकल के युवा शादी जैसे बंधन में बंधने के बजाए सिंगल रहना ज्यादा पसंद करते है. लेकिन सिंगल का मतलब यह नहीं है कि वे दुःखी है. बल्कि सिंगल लोग अपनी लाइफ में खुश रहने के अपने तरीके ढूंढ लेते हैं.

आइये जाने क्या हैं खुश रहने के वअमेजिंग फॉर्मूले

सिंगल रहने के  कई सारे रीजन्स होते हैं. किसी को उसका मनपसंद साथी नहीं मिल पता वो इसलिए सिंगल रह जाता है और कुछ लोग अपनी मर्जी से सिंगल रहना पसंद करते हैं क्योंकि उन्हें किसी के साथ रहकर उसके हिसाब से चलना पसंद नहीं होता है.  वह अपनी लाइफ अपनी मर्जी से अपनी शर्तों पर जीना चाहते हैं. जहां किसी की भी रोकटोक न हो. लेकिन कई बार सामने वाला सिंगल को बेचारे या बेचारी की नज़र से देखता है पर अब लोगों को अपनी सोच बदलनी होगी . सिंगल लोग बेचारे नहीं है बल्कि उनके लाइफ को देखने और जीने के फंडे ही अलग हैं. उन्होंने खुश रहने के अपने कुछ अलग ही फार्मूले बना रखे हैं.

सेल्फ लव करेंगे

आपके पास खुद के साथ एक प्यार भरा रिश्ता बनाने का मौका है.  एक अच्छा जीवन सेेल्फ लव  से शुरू होता है. जब तक आप खुद से प्यार नहीं करते, तब तक आपको सब कुछ बेकार ही लगेगा, और आप अक्सर खुद को कोसते रहेंगे. अगर आप खुद से प्यार करेंगे तो अपना ध्यान भी रखेंगे और खुद खुश रहने के तरीके भी खोजेंगे.

सोशल नेटवर्किंग के लिए समय ही समय है अपने पास

आपके पास अपने घर में करने को चीजें थोड़ी कम है, तो ऐसे में आपके पास लोगों पर से नेटवर्क बेहतर बनाने के लिए पर्याप्त समय होता है. इससे जीवन में बेहतर रिश्ते बनते हैं जो न केवल आपके साथी और परिवार से संबंधित होते हैं, बल्कि उससे परे भी होते हैं.

फ्लर्टिंग करना तो बनता है यार

अगर सिंगल है और किसी के साथ कोई कमिटमेंट नहीं है तो फिर किसी पर भी लाइन मारने के लिए आज़ाद हैं. ऐसे में सोचना क्या कुछ मिंटो या दिनों तक फ़्लर्ट करके अगर आपके होठों पर दिल से मुस्कान आ जाएं तो कहना ही क्या. हां, मामले को ज्यादा लम्बा इतना लम्बा ना चलाएं की सामने वाला गंभीर ही हो जाएँ. इससे आपको लोगों को जानने में मदद भी मिलेगी और बिना डरे एन्जॉय भी करने को मिलेगा.

सिंगल मतलब अकेला होना नहीं है इस माइंडसेट को चेंज करें


हॉबी को बना लिया है पैशन :
आप काम चाहे जो भी करें लेकिन अपनी प्रोफेशनल लाइफ से अलग हॉबी के लिए टाइम जरूर निकाले। वैसे भी  घर आने पर कोई नहीं है जिसे आपको समय देना हो तो ये  और भी अच्छा है अपने मन मुताबिक जो चाहे करें।

किसी ग्रुप से कनेक्टेड रहें : अब यह ग्रुप सोसाइटी के लोगों का हो सकता है, किसी क्लब के मेंबर हो सकते हैं, कोई किट्टी जॉइन कर सकते हैं. ऐसा कुछ भी करने पर अकेलापन नहीं लगेगा और चार लोगों से मिलकर मन खुश हो जाएगा .

सिंगल लोग सेक्स को ज्यादा एन्जॉय करते हैं : अब आप सोच रहे होंगे ये कैसे पॉसिबल है. जी हाँ , जरुरी नहीं सेक्स के लिए हमेशा ही किसी पार्टनर की जरुरत हो बल्कि अब तो कई ऐसे तरीके है. जिनमे साथी की जरूरत  है ही नहीं बल्कि मन हो या ना हो फिर भी दूसरे की ख़ुशी के लिए हफ्ते में 4 बार सेक्स करने के झंझट से भी झुटकारा है.

सिंगल होने के फायदे

पहले खुद को महत्व देते है : मैरेड लोग अक्सर दूसरो में या अपने पार्टनर में अपनी खुशी ढूंढते हैं. हालाँकि एक समय ऐसा आता है जब वही उनके दुःख का कारण बन जाता है. लेकिन सिंगल लोग सबसे पहले खुद को महत्व देते हैं इसलिए वह खुद से ज्यादा संतुष्ट रहते हैं और खुश भी रहते हैं.

समझौता नहीं करते :  सिंगल लोग अकेले रह लेंगे लेकिन वह कम पर समझौता नहीं करतें। उन्हें जैसा पार्टनर चाहिए मिला तो ठीक पर न मिला तो समझौता करना उनकी मज़बूरी नहीं है.

मेन्टल हेल्थ के तो क्या कहने : सिंगल लोगों की मेन्टल हेल्थ मैरिड लोगों से तो काफी बेहतर होती है क्यूंकि थकाने और टॉर्चर करने के लिए उनके पास कोई नहीं होता.

 फाइनेंशियल बेनिफिट्स सिर्फ अपने हैं : अब जो आप आप कमाते हैं वह सिर्फ आपका है. इसके लिए आप किसी को भी जवाबदेह नहीं है. आपने ही पैसा खर्चने के लिए किसी की परमिशन लेने की जरुरत नहीं है. दूसरे शब्दों में कहें तो आपके तो बल्ले बल्ले हैं जनाबे आली.

 

 

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