सवाल

मेरी उम्र 34 वर्ष है और मैं हाउसवाइफ हूं. मेरी दिनचर्या घड़ी की सुइयों पर चलती है.  रैगुलर वौक पर जाती हूं. पौष्टिक खाना खाती हूं. किसी भी बीमारी से ग्रस्त नहीं हूं. लेकिन मैं आगे भी ऐसी ही हैल्दी रहूं, इसलिए अपनी डाइट पर विशेष ध्यान देती हूं. आजकल मैं नौर्डिक डाइट के बारे में काफी सुन रही हूं. क्या आप मु?ो इस के बारे में कुछ जानकारी देंगी?

जवाब

नौर्डिक डाइट यानी नौर्डिक देशों में खाया जाने वाला खाना जिन में नौर्वे, डेनमार्क, स्वीडन, फिनलैंड और आइसलैंड शामिल हैं. इस डाइट में स्थानीय रूप से मिलने वाले खानेपीने की चीजों को शामिल किया जाता है.

नौर्डिक डाइट में कम चीनी और कम फैट होता है, लेकिन फाइबर और सीफूड दोगुना होता है. इसे ईकोफ्रैंड डाइट के तौर पर भी जाना जाता है. कोई प्रिजर्वेटिव इस्तेमाल नहीं होता है. यह पूरी तरह से हैल्दी और बहुत आसानी से फौलो करने योग्य होती है. यही वजह है कि भारत में भी नौर्डिक डाइट का क्रेज बढ़ रहा है.

इस डाइट में मूलरूप से राई, जौ और जई जैसे साबुत अनाज शामिल होते हैं. इस के अलावा बेरी और दूसरे फलसब्जियों में विशेष रूप से गोभी और जड़ वाली सब्जियां जैसे आलू और गाजर, फैटी मछली जैसे सैमन, सार्डाइन, हिलसा मछली और फलियों में सेम व मटर भी शामिल होते हैं.

नौर्डिक डाइट की खास बात यह है कि इस में हाइड्रेशन को अहमियत दी जाती है. यह डाइट कैनोला और रेपसीड तेल (सफेद सरसों) के उपयोग को बढ़ावा देती है.

नौर्डिक डाइट क्रोनिक बीमारियों के खतरे कम करती है. न्यूट्रिशनिस्ट इस में शामिल बहुत सारे फायदेमंद तत्त्वों को इस की वजह मानते हैं.

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