सवाल
मैं 35 वर्षीया गृहिणी हूं. हमारा संयुक्त परिवार है. ऊपर के फ्लोर में मेरी जेठानी और ग्राउंड फ्लोर में हमारा परिवार रहता है. कोरोना महामारी में लौकडाउन के दौरान कोई किसी
के घर न आया न गया लेकिन अब लोग थोड़ाबहुत बाहर निकल रहे हैं, एकदूसरे के घर भी आजा रहे हैं. हमारे घर में करीबी लोग आजा रहे हैं लेकिन जेठानी ऊपर अपने फ्लोर पर किसी को नहीं आने देतीं, यहां तक कि बहुत करीबी भी जैसे मेरी ननद. पता है कि वे कोई कोरोना संक्रमित नहीं हैं, उन्हें भी ऊपर से अपनी बालकनी से हायबाय कर देती हैं. मु झे बड़ा अजीब लगता है, क्या उन का ऐसा व्यवहार उचित है?
जवाब
कोरोना महामारी के समय में आप की जेठानी का व्यवहार सुरक्षा की दृष्टि से ठीक है लेकिन उन का तरीका गलत है. आप उन्हें सम झाएं, अब हमें कुछ समय कोरोना के साथ ही जीना है, तो लाइफस्टाइल को थोड़ा बदलना पड़ेगा. हमें बीमारी से दूर रहना है, इंसान से नहीं. सोशल डिस्टैंसिंग अपनानी होगी. जिस का पता है कि वह बिलकुल ठीकठाक है, उसे एहतियात के साथ हाथ धो कर ही घर में प्रवेश कराएं.
वक्त वैसे ही खराब चल रहा है. ऐसा व्यवहार कर के दिल की दूरियां न बढ़ाएं. जेठानी को सम झाइए, कुछ तो समझेंगी.