सवाल
मेरी उम्र 28 साल है और शादी के 3 महीने हुए हैं. ससुराल अच्छी है. संपन्न है. मैं घर की इकलौती बहू हूं. कोई ननद, देवर नहीं है. पति इकलौते पुत्र हैं. मेरी सास वैसे तो अच्छी हैं लेकिन जबजब मैं अपने मायके जाती हूं, उन का मुंह बन जाता है. शादी हो गई है तो क्या मैं अपने मायके जाना छोड़ दूं. मैं भी अपने मातापिता की इकलौती बेटी हूं. मैं उन का ध्यान नहीं रखूंगी तो कौन रखेगा. आप ही बताए, क्या करूं कि ससुराल और मायके में तालमेल बैठा सकूं?
जवाब
आप के पति इकलौते बेटे हैं तो जाहिर सी बात है कि ससुराल में आप इकलौती बहू हैं. यह एक कारण भी हो सकता है आप की सास की नाराजगी का. क्योंकि आप के जाने से वे अकेलापन महसूस करती होंगी. लेकिन एडजस्ट तो आप की सास को भी करना है और आप को भी.
आप जो कर सकती हैं, जो आप के हाथ में है, हम उस की बात करते हैं. अब आप के साससुर घर में अकेले हैं तो कभीकभी अपने मम्मीपापा को अपनी ससुराल में बुला लिया कीजिए. समधियों के बीच बातचीत होगी तो आपसी प्यार बढ़ेगा. वे सब हमउम्र हैं. उन्हें आपस में बात करना, हंसीमजाक करना अच्छा लगेगा. इस दौरान आप को ध्यान देना है कि अपने मम्मीपापा का ध्यान रखते हुए सासससुर को इग्नोर नहीं करना. बल्कि अपने मम्मीपापा को भी समझा दें कि आप की ससुराल में आ कर वे ज्यादा दखलंदाजी न करें बल्कि समधियों की तारीफ करें, जैसे हमारी बेटी बड़ी खुशकिस्मत है कि उसे आप जैसे सासससुर मिले. हमारी बेटी आप दोनों की खूब तारीफ करती है, आप दोनों से मिल कर स्कूलकालेज वाली फीलिंग आ जाती है.
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