पिछले आठ सालों में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने न जाने कितने मासूम परिवारों का आशियाना छीना, अपने चंद वोटरों को खुश करने मीडिया की वाहवाही लूटने के लिए बुलडोजर एक्शन चलाया. मगर अब सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर पॉलिटिक्स पर जो सख्त एक्शन लिया है उसने भाजपा को बता दिया है कि देश मनुवाद से नहीं संविधान से चलेगा.

लखनऊ के अकबरनगर में यूपी का सबसे बड़ा बुलडोजर एक्शन : अकबरनगर में उत्तर प्रदेश सरकार ने 1800 मकानों पर बुलडोजर चलाया, जो एशिया का सबसे बड़ा ध्वस्तीकरण अभियान माना गया. इसमें लगभग 35,000 लोग बेघर हुए, जिनमें से 1800 को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नए घर मिले. लोगों ने हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई राहत नहीं मिली.

विधायक शहजिल इस्लाम का पेट्रोल पंप ध्वस्त : बरेली के भोजीपुरा से सपा विधायक शहजिल इस्लाम पर मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप लगा था. इसके बाद उनका पेट्रोल पंप बुलडोजर की कार्रवाई में ध्वस्त कर दिया गया. इस एक्शन पर सपा ने बदले की राजनीति का आरोप लगाया था.

वाराणसी में दो होटल जमींदोज : वाराणसी में वरुणा नदी के किनारे बने दो आलीशान होटलों पर भी बुलडोजर चलाया गया. प्रशासन के अनुसार, ग्रीन बेल्ट में बने इन होटलों को हटाने के लिए 5 बुलडोजर लगाए गए थे. कार्रवाई के दौरान होटल मालिकों और प्रशासन के बीच बहस भी हुई, जिसमें ADM सिटी आलोक कुमार का हेडशॉट विवाद में रहा.

प्रयागराज में हिंसा के आरोपी जावेद के पंप और मकान पर चला बुलडोजर : प्रयागराज हिंसा के बाद मुख्य आरोपी जावेद अहमद का मकान बुलडोजर से गिरा दिया गया. जावेद की पत्नी परवीन फातिमा ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की, जिसमें दावा किया गया कि मकान उनके नाम पर था, फिर भी इसे अवैध तरीके से ध्वस्त किया गया. प्रशासन का कहना था कि मकान बिना नक्शे के बनाया गया था.

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