देश की महत्वपूर्ण राज्य गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दरमियान प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी पर जिस तरह कांग्रेस के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने खड़े किए हैं उससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बौखलाहट और संपूर्ण भारतीय जनता पार्टी की खिजलाहट देश को साफ दिखाई दे रही है . भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व संभालने के बाद नरेंद्र मोदी भारतीय राजनीति पर कुछ ऐसी टेढ़ी लकीरें हैं जो आने वाले समय में उन पर ही भारी पड़ने वाली हैं. आज रिपोर्ट में हम इसी महत्वपूर्ण तथ्य पर चर्चा करते हुए आपको अवगत कराना चाहते हैं.

दरअसल, नरेंद्र दामोदरदास मोदी पर मलिकार्जुन खड़गे नहीं जो बाण चलाया है उससे भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी दोनों बौखला गए हैं और चिर परिचित अंदाज में वही कह रहे हैं कि यह सब गुजरात की जनता का अपमान है. और गुजरात की जनता चुनाव में इसका जवाब देगी.

बीते 20 वर्षों के चुनाव का आप अवलोकन करें तो हम पाते हैं कि नरेंद्र दामोदर मोदी ने इस तरह की बातें लगभग हर एक चुनाव में कही है कि यह देश की जनता का अपमान है यह गुजरात की जनता का अपमान है देश की जनता इसका जवाब देगी मानो नरेंद्र मोदी नहीं हुए आप देश हो गए. आश्चर्य यह कि यह स्क्रिप्ट बार-बार पढ़ी जाती है. हमारा सवाल यह है कि मोदी जी इससे आगे का अध्याय शायद आपको नहीं मालूम. और शायद आपकी यही घिसी पिटी बातों को अब गुजरात और देश की जनता भली-भांति जानने लगी है . यहां एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि हर एक चुनाव में इस तरह की बातें करना नरेंद्र मोदी को शोभा नहीं देता है.

दरअसल,कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणी को लेकर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और प्रमुख विपक्षी दल के बीच मंगलवार को राजनीतिक वाक् युद्ध देश ने देखा है. भाजपा और नरेन्द्र मोदी भक्तो ने इसे -“हर गुजराती का अपमान” करार देते हुए जनता से इसका बदला लोकतांत्रिक तरीके से लेने की अपील की है.
इधर कांग्रेस ने भी पलटवार करते हुए तुरूप का पत्ता चला है और कहा- ” खड़गे पर भाजपा का हमला उसकी ‘दलित विरोधी मानसिकता’ को दर्शाता है.”

दरअसल, अहमदाबाद के बेहरामपुरा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए भाजपा द्वारा नगर निकाय, नगर निगम और विधानसभा तक के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांगे जाने को लेकर खड़गे ने सोमवार को तंज कसा था. भाजपा द्वारा नगरपालिका चुनाव में भी मोदी के नाम पर वोट मांगे जाने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा था, ‘ आपको क्या

काम दिया गया है! वह काम करो. वह छोड़ कर नगर निगम चुनाव, विधानसभा चुनाव… लोकसभा चुनाव… चूंकि उनको प्रधानमंत्री बनना है, नरेंद्र मोदी यहां आकर नगरपालिका का काम करने वाले हैं… क्या मोदी आकर यहां मुसीबत में आपकी मदद करते हैं. अरे, आप तो प्रधानमंत्री हो.
मलिकार्जुन खड़गे की इस टिप्पणी से भारतीय जनता पार्टी मानो बुरी तरह हताहत हो गई और रणनीति के तहत बयान को हर एक गुजराती का अपमान करार देते हुए जनता से इसका बदला लोकतांत्रिक तरीके से लेने की अपील की है.
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मलिकार्जुन खड़गे का हमला
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नव निर्वाचित मलिकार्जुन खरगे ने कांग्रेसी अध्यक्ष के रूप में पहली दफा ऐसा बयान दिया है जो विवाद का विषय बन गया है उन्होंने कहा- “हर एकइलेक्शन में भी तुम्हारी सूरत… हर जगह… कितने हैं भाई… क्या आपके रावण के से सौ मुख हैं क्या है ?… समझ में नहीं आता ये.”जैसा कि होना था कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की इस टिप्पणी से भाजपा ने कड़ा प्रतिकार किया और एक बार वही बातें कहीं जो हर चुनाव में ऐसे मौके पर भाजपा और नरेंद्र मोदी कहते रहे हैं.

सनद रहे कि गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को मतदान होना है.भाजपा के प्रवक्ता और बहुचर्चित चेहरे संबित पात्रा ने एक बार वही बातें रही है जो अक्सर कहते हैं-मलिकार्जुन खड़गे का यह कहना ‘गुजराती सपूत’ के लिए उचित नहीं है.उन्होंने कहा कि यह निंदनीय है और कहीं ना कहीं यह कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है. कांग्रेस अध्यक्ष की उक्त टिप्पणी को हर गुजराती और गुजरात का अपमान करार देते हुए पात्रा ने दावा किया कि उन्होंने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कहने पर प्रधानमंत्री के खिलाफ इस शब्द का इस्तेमाल किया है. और आत्मविश्वास भरे स्वर में कहा कि कांग्रेस को आईना दिखाने का काम गुजरात की जनता करेगी. प्रत्येक गुजराती से हम ये अपील करते हैं कि जिस कांग्रेस नेता ने… गुजरात के बेटे के खिलाफ, गुजरात के सम्मान के खिलाफ, ऐसे शब्दों का प्रयोग किया है, गुजरात उनको सबक सिखाए. आपको लोकतांत्रिक तरीके से इसका बदला लेना है भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा – गांधी परिवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नफरत करता है और इसीलिए सोनिया गांधी ने उन्हें ‘मौत का सौदागर’ कहा था.

पाठकों को हम बताते चलें की सोनिया गांधी ने जब लगभग दो दशक पहले नरेंद्र मोदी को मौत का सौदागर बताया था तब नरेंद्र मोदी ने पलटवार किया था और चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री बन गए थे. ठीक उस दिन से नरेंद्र दामोदरदास मोदी हर चुनाव में जब-जब उन पर कॉन्ग्रेस हमला करती है तो अपने आप को गुजरात का बेटा और “देश” साबित करने लगते हैं वह भूल जाते हैं कि काठ की हांडी ज्यादा दिन नहीं चलती.

 

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