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VIDEO: देखिए सनी की ‘वन नाइट स्टैंड’ का पहला गाना

सनी लियोनी की फिल्म 'वन नाइट स्टैंड' का पहला गाना 'दो पैग मार' जारी किया गया है. इससे पहले फिल्म का पोस्टर और टीजर भी जारी किया जा चुका है. बॉलीवुड एक्ट्रेस सनी लियोनी की आने वाली फिल्म 'वन नाइट स्टैंड' का पहला गाना 'दो पैग मार' जारी किया गया है. इससे पहले फिल्म का पोस्टर और टीजर भी जारी किया जा चुका है. यह फिल्म भवानी अय्यर द्वारा लिखी गई है और जैसमीन डिसूजा द्वारा डायरेक्टिड है. इसमें सनी लियोनी और तनुज विरवानी मेन रोल निभा रहे हैं. फिल्म 22 अप्रेल 2016 को सिनेमाघरो में रिलीज की जाएगी.

दुनिया में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म ‘डेडपूल’

अभिनेता रयान रेनॉल्ड्स की सुपरहीरो वाली फिल्म 'डेडपूल' ने आधिकारिक तौर पर पूरे विश्व में अब तक 74.5 करोड़ डॉलर का कारोबार किया है. टिम मिलर निर्देशित यह फिल्म पिछले माह भारत में रिलीज हुई.

कमाई के मामले में इसने साल 2003 की फिल्म 'द मैट्रिक्स रिलोडेड' (74.21 करोड़ डॉलर) का रिकार्ड तोड़ दिया है, जो इससे पहले आर-रेटेड फिल्मों में दुनिया की सर्वाधिक कमाई करने वाली फिल्म थी.

उत्तरी अमेरिका में 'डेडपूल' 34.94 करोड़ डॉलर करोड़ का कारोबार कर चुकी है. उम्मीद की जा रही है कि यह घरेलू स्तर पर सर्वाधिक कमाई करने वाली आर-रेटेड फिल्मों में 'अमेरिकन स्नाइपर' का स्थान ले सकती है, जो फिलहाल 35.01 करोड़ डॉलर कमाई के साथ दूसरे स्थान पर है.

'द पैशन ऑफ द क्राइस्ट' 37.08 करोड़ डॉलर के कारोबार के साथ अब भी पहले स्थान पर है. अमेरिका के फिल्म रेटिंग सिस्टम 'मोशन पिक्चर एसोसिएशन ऑफ अमेरिका' के अनुसार, 17 साल से कम आयु के बच्चों को अभिभावकों और वयस्कों के साथ ही आर-रेटेड फिल्में देखने की अनुमति है.

‘मगधीरा’ के रीमेक से शाहिद के करियर को मिलेगी गति…!

शाहिद कपूर का करियर आगे बढ़ने का नाम ही नहीं ले रहा है. हालात यह हैं कि बौलीवुड के पंडित यह मानकर चलने लगे हैं कि शाहिद कपूर जिस सफलतम अभिनेत्री के साथ काम करते हैं, अपने साथ ही वह उसका करियर भी डुबा बैठते हैं. कुछ लोग बार बार असफल फिल्म ‘‘शानदार’’ का जिक्र करने लगे हैं. आलिया भट्ट का करियर पहली फिल्म से ही सफलता की ओर अग्रसर था. लेकिन आलिया भट्ट ने शाहिद कपूर के साथ फिल्म ‘‘शानदार’’ की और आलिया भट्ट के करियर में असफल फिल्म का नाम जुड़ गया.

पर अब खबरे गर्म हैं कि शाहिद कपूर के करियर को संवारने की जिम्मेदारी उनकी पत्नी मीरा राजपूत ने ले ली है. सूत्र बताते हैं कि मीरा राजपूत की दोस्त हैं मांसाबा गुप्ता, जो कि फैशन डिजायनर के साथ साथ अब फिल्म निर्माता मधु मंटेना की पत्नी हैं. उधर शाहिद कपूर और मधु मंटेना भी आपस में दोस्त हैं. एक दिन जब मीरा राजपूत ने मांसाबा से अपने पति शाहिद कपूर के करयिर को सुधारने में उनसे मदद मांगी, तो मांसाबा ने साथ देने का वादा किया.

सूत्रों की माने तो उसके बाद मांसाबा ने अपने पति मधु मंटेना से बात की. मधु मंटेना ने अपने मित्र शाहिद कपूर के साथ साथ अपने मित्र व असफलता के अंधेरे में खो चुके निर्देशक प्रभु देवा का भी करियर संवारने का इरादा कर नई फिल्म के निर्माण की योजना पर काम शुरू किया. जी हां! ‘एक्शन जैक्सन’ और ‘सिंह इज ब्लिंग’ के बाक्स ऑफिस पर बुरी तरह से असफल होने के बाद से प्रभु देवा को कोई पूछ नहीं रहा है. अब खबर है कि मधु मंटेना ने दक्षिण की सुपर डुपर हिट फिल्म ‘‘मगधीरा’’ का हिंदी रीमेक बनाने का निर्णय लिया है. अब इस फिल्म का निर्माण मधु मंटेना की कंपनी ‘‘फैंटम’’ और ‘‘रिलायंस इंटरटेनमेंट’’ मिलकर करने वाली हैं.

मजेदार बात यह है कि ‘‘मगधीरा’’ दक्षिण भारत की वह सुपरहिट फिल्म है, जिसका हिंदी रीमेक बनाने का प्रयास बौलीवुड के कई सुपरस्टारों ने किया, पर कोई सफल नहीं हो पाया. मधु मंटेना भी पिछले तीन साल से ‘‘मगधीरा’’ का हिंदी रीमेक बनाने के लिए प्रयासरत थे, पर उन्हें सफलता नही मिल रही थी.

सूत्र बताते हैं कि फिल्म निर्देशक प्रभु देवा को एक महंगा निर्देशक माना जाता है. वह हमेशसा बड़े बजट में ही फिल्में बनाते आए हैं, पर ‘मगधीरा’ का हिंदी रीमेक करते समय किस तरह बजट पर अंकुश रखा जाए, इसको लेकर मधु मंटेना व प्रभु देवा के बीच लंबी बैठकों का दौर चल रहा है. सब कुछ तय होने के बाद फिल्म के लिए हीरोईन तलाशी जाएगी. इस बीच फिल्म के प्री प्रोडक्शन का काम भी जारी रहेगा. शाहिद कपूर के करियर को संवारने के लिए प्रयास तेज हो गए हैं, पर परिणाम तो वक्त ही बताएगा.

जीरो डाउन पेमेंट पर सरकार देगी कार, जानिए कैसे

केंद्र सरकार शून्य डाउन पेमेंट पर इलेक्ट्रिक कार उपलब्ध कराने की योजना पर काम कर रही है. इस कदम का मकसद 2030 तक देश को 100 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहन वाला राष्ट्र बनाना है. प्रस्तावित योजना के तहत लोगों को महंगे पेट्रोल, डीजल जैसे ईंधन के उपयोग से जो बचत होगी, उससे वे इलेक्ट्रिक वाहन खरीद सकेंगे.

सीआईआई यंग इंडिया द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत अपनी तरह का पहला ऐसा देश हो सकता है, जो 100 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहनों का परिचालन करे. हम इस कार्यक्रम के लिए स्वयं पैसा जुटाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, हमें सरकार से एक रुपए की जरूरत नहीं है. हमें भारत के लोगों से एक रुपए के निवेश की जरूरत नहीं है.

गोयल ने इस बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, हम योजना पर काम कर रहे हैं. क्या हम वास्तव में मुफ्त में (जीरो डाउन पेमेंट) इलेक्ट्रिक कार दे सकते हैं और लोग पेट्रोलियम उत्पादों पर जो बचत हो, उससे उसके लिए भुगतान कर सकते हैं. नवप्रवर्तन संभव है, इसके लिए केवल खुले दिमाग की जरूरत है. आपको पैमाने के बारे में सोचने और ईमानदार होने की जरूरत है.

मंत्री ने कहा कि सड़क मंत्री नितिन गडकरी की अगुवाई में एक छोटा कार्यसमूह गठित किया गया है. इसमें पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान तथा पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर शामिल हैं. उन्होंने कहा, हम अप्रैल के पहले सप्ताह में बैठक कर रहे हैं और इस बात पर विचार करेंगे क्या भारत 2030 तक 100 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहन वाला देश बन सकता है. हम इस पर गौर करने की कोशिश कर रहे हैं क्या हम कार बदलने के बाद सस्ती बिजली के उपयोग से ग्राहकों को जो बचत होगी, उसका लाभकारी तरीके से उपयोग कर सकते हैं.

पीयूष गोयल ने कहा, हम पैमाने के बारे में सोच रहे हैं. हम दुनिया का अनुकरण करने के बजाये अगुवाई करने के बारे में सोच रहे हैं. भारत दुनिया में पहला बड़ा देश होगा, जो उस पैमाने के बारे में सोचता है. गोयल ने एलईडी लाइट का उदाहरण दिया, जहां भारी मात्रा में निविदा से सरकार इन बल्बों की खरीद कीमत इस वर्ष में घटाकर 64.41 रुपए पर लाने में कामयाब हुई है, जो फरवरी 2014 में 310 रुपए थी.

वर्चुअल नेटवर्क ऑपरेटर्स को भारत में मिली हरी झंडी

टेलीकॉम कमीशन ऑफ इंडिया ने लंबे समय से लंबित पड़े मोबाइल वर्चुअल नेटवर्क ऑपरेटर्स (एमवीएनओ) से जुड़ी ट्राई (टेलीकॉम रेगूलैटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया) की सिफारिशों को अपनी मंजूरी दे दी है. जैसा की नाम से ही जाहिर है एमवीएनओ एक ऐसे प्रकार के नेटवर्क ऑपरेटर्स होंगे, जिनकी प्रकृति वर्चुअल होगी. इसका मतलब यह है कि उनके पास टेलीकॉम सर्विस प्रदान करने के लिए स्‍वयं का स्‍पेक्‍ट्रम नहीं होगा, लेकिन वह मौजूदा टेलीकॉम ऑपरेटर्स से थोक दाम पर वॉइस और डाटा सर्विसेस खरीदकर कस्‍टमर्स को उपलब्‍ध करवाएंगे. इससे कस्‍टमर्स और ऑपरेटर्स दोनों को फायदा होगा.

एमवीएनओ कैसे करेंगे काम

एमवीएनओ इनडायरेक्‍टली अपने स्‍वयं के ब्रांड नैम के तहत पार्टनर टेलीकॉम ऑपरेटर्स की सर्विसेस की बिक्री कस्‍टमर्स को करेंगे. टेलीकॉम ऑपरेटर्स अपनी सर्विसेस के लिए एमवीएनओ के जरिये नए कस्‍टमर्स को अपने साथ जोड़ पाएंगे, जबकि एमवीएनओ कस्‍टमर्स को हाई-वैल्‍यू सर्विसेस (विभिन्‍न पैकों का जोड़कर) उपलब्‍ध कराएंगे. एमवीएनओ न केवल टेलीकॉम कंपनियों के ऑपरेशनल खर्च में हाथ बंटाएंगे, बल्कि वह अपने ब्रांड नैम के तहत उनकी सर्विस की बिक्री के जरिये टेलीकॉम कंपनियों की मार्केटिंग और सेल्‍स कॉस्‍ट को भी कम करने में मदद करेंगे. इससे सर्विसेस की कीमत भी कम होगी.

एक से अधिक ऑपरेटर्स की सर्विसेस बेच सकेंगे एमवीएनओ

टेलीकॉम मिनिस्‍ट्री के सूत्रों के मुताबिक एमवीएनओ अपने पार्टनर टेलीकॉम ऑपरेटर की सभी टेलीकॉम सर्विसेस को उपलब्‍ध कराने में सक्षम होंगे. इतना ही नहीं एक एमवीएनओ एक से अधिक टेलीकॉम ऑपरेटर की सर्विस बेच सकेंगे. सूत्र ने बताया कि यह  प्रस्‍ताव आगे की मंजूरी के लिए टेलीकॉम मिनिस्‍टर रविशंकर प्रसाद के पास भेजा गया है. मंजूरी मिलने के बाद नए यूनीफाइड लाइसेंस जारी किए जाएंगे और कुछ ही हफ्तों में यह सर्विस शुरू हो जाएगी.

कितनी भी सर्विस बेचने की अनुमति

सूत्र के मुताबिक एमवीएनओ कितनी भी सर्विस को इंटीग्रेट कर उन्‍हें अपने सब्‍सक्राइर्ब्‍स को केवल सिंगल प्‍लान के तहत बेच सकेंगे. इसके अलावा वे इस तरह की सर्विस देने के लिए किसी भी तरह की टेक्‍नोलॉजी का इस्‍तेमाल करने के लिए स्‍वतंत्र होंगे.

रास्‍ते में हैं बाधाएं भी

इन सभी फायदों के बावजूद एमवीएनओ भारतीय बाजार में आसानी से सर्विस की बिक्री नहीं कर पाएंगे. इसमें मुख्‍य बाधा यह है कि एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया जैसी प्रमुख कंपनियों के पास खुद ही अपने स्‍पेक्‍ट्रम में पर्याप्‍त बैंडविथ नहीं है, इसलिए एमवीएनओ के साथ साझा करने में उन्‍हें परेशानी आएगी. इसके अलावा दूसरी बाधा यह है कि ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कोई मजबूत ब्रांड नैम की जरूरत होगी, जो आने वाली एमवीएनओ कंपनियों की मार्केटिंग और डिस्‍ट्रीब्‍यूशन कॉस्‍ट को बढ़ा देगा. लेकिन एमवीएनओ के आने से कर्ज के बोझ से दबी सरकारी टेलीकॉम कंपनियों बीएसएनएल और एमटीएनएल को जरूर फायदा होगा.

VIDEO: फिर वायरल हुआ गेल और कोहली का डांस

टी20 विश्व कप का रोमांच अब अपने चरम पर पहुंच चुका है. सेमीफाइनल में जब भारत और वेस्टइंडीज की टीमें एक दूसरे से दो दो हाथ करेंगी, तो सबकी निगाहें दुनिया के दो सबसे बड़े बल्लेबाज विराट कोहली और क्रिस गेल पर लगी होगी. कोहली ने हाल ही में भारतीय टीम के लिए वन मैन आर्मी की तरह खेलते हुए अद्भुत बल्लेबाजी की है और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगभग नामुमकिन से दिख रहे मैच में भारत को जीत दिलाकर अपने  करोड़ो फैंस को खुश किया था.

वहीं दुनिया के सबसे विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल ने भी इंग्लैंड के खिलाफ ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए अकेले दम पर मैच अपनी टीम के नाम कर दिया था. जाहिर है, भारत और विंडीज के लिए ट्रंप कार्ड कोहली और गेल ही होंगे.

लेकिन क्या आप जानते है कि  मैदान में एक दूसरे के विरोधी ये खिलाड़ी आपस में एक दूसरे के साथ कई बार चिल करते हुए पाए जाते है. जी हां, आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंग्लोर के लिए खेलने वाले ये दोनों ही खिलाड़ी एक दूसरे के साथ मस्ती करने के लिए जाने जाते हैं. इसी की बानगी इस वीडियो में देखने को मिली. देखिए कैसे कोहली के साथ गंगनम स्टाइल करते नजर आ रहे है क्रिस गेल. खास बात यह है कि आज मैच से पहले ये वीडियो वायरल हो गया है.

VIDEO: भज्जी-अश्विन का ये इंटरव्यू क्या आपने देखा

टी-20 विश्वकप के सेमीफाइनल मुकाबले से पहले टीम इंडिया के दो दिग्गज स्पिन गेंदबाज आर अश्विन और हरभजन सिंह ने एक दूसरे के साथ अपने अनुभव साझा किये. दोनों ही खिलाड़ियों ने एक दूसरे की खूबियों के बारे में बात की, इसके साथ ही एक दूसरे के शानदार पलों के बारे में भी चर्चा की. अश्विन ने पंजाबी बोलने की कोशिश की तो भज्जी तमिल बोलने की कोशिश करते दिखे.

अश्विन और भज्जी ने नेट्स पर सबसे ज्यादा परेशान करने वाले बल्लेबाज के बारे में भी बात की. दोनों का मानना है कि नेट्स पर विराट कोहली सबसे ज्यादा परेशान करता है. वह आउट होने के बाद गुस्सा हो जाता है और कभी नहीं मानता है कि वह आउट हो गया है.

वहीं सबसे ज्यादा झुंझलाहट देने वाला खिलाड़ी रवींद्र जडेजा को बताया. दोनों ने कहा कि जब वह गेंदबाजी करता है तो उसे लगता है हर गेंद पर विकेट लेता है और जब बल्लेबाजी करता है तो हर गेंद को बाउंड्री को पार करता है. भज्जी जहां अश्विन से कैरम बॉल फेंकना सीखना चाहते हैं, जबकि अश्विन भज्जी से दूसरा फेंकना सीखना चाहते है. इस इंटरव्यू में बहुत कुछ खास है आप भी देखिये.

सूरज की रोशनी से साफ होंगे कपड़े

आज कपड़ों की सफाई और उन की क्वालिटी बरकरार रखने के लिए डिटर्जेंट के अलावा कई तरह के अलगअलग प्रोडक्ट उपलब्ध हैं, लेकिन इस के बावजूद कपड़ों की सफाई के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है. लेकिन अब वह दिन दूर नहीं है जब कपड़ों की सफाई और उन पर लगे दाग को छुड़ाने की टेंशन से मुक्ति मिल जाएगी. अब ना करना पड़ेगा डिटर्जेंट का इस्तेमाल और ना ही घसघस कर दाग छुड़ाने की मेहनत. बिना कुछ किए कपड़े साफ और चमकदार बनेंगे.

अब आप सोच रहे होंगे भला ऐसा कैसे हो सकता है कि बिना कुछ किए कपड़े साफ हो जाएंगे. दरअसल शोधकर्ताओं ने कपड़ों की सफाई का एक नया विकल्प खोज निकाला है. मेलबर्न के आरएमआईटी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने विशेष नैनो तकनीक से एक ऐसा कपड़ा तैयार किया है जो बल्ब की रोशनी या धूप में रखने पर 6 मिनट के अंदर खुद से साफ होगा.

शोधकर्ताओं ने यह कपड़ा चांदी और तांबा आधारित नैनो संरचनाओं में विकसित किया है जो प्रकाश सोखने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं. जब इन नैनो संरचनाओं पर रोशनी पड़ती है तो इन में ऊर्जा के संचार से गर्म इलेक्ट्रौन निकलते हैं, ये गर्म इलेक्ट्रौन ऊर्जा का संचार करते हैं, जिस से ये कपड़ा कार्बनिक पदार्थों (धूलमिट्टी) को हटा देता है.

शोधकर्ताओं के इस दल में एक भारतीय मूल के वैज्ञानिक राजेश रामनाथन भी शामिल हैं. यह शोध एडवांस मैटेरियल इंटरफेसेस जर्नल में प्रकाशित हुआ है.

ट्रक पर मकान, महज 66 रुपए में

क्या कभी आप ने मकान को सड़कों पर ट्रैवल करते हुए सुना है. सुन कर आप को हंसी आ रही होगी. आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कभी संभव ही नहीं हो सकता क्योंकि सड़कों पर तो सिर्फ इंसान ही चलते फिरते व गाड़ियां फर्राटे से दौड़ सकती हैं.

तो आप को बता दें कि ये कोई मजाक नहीं बल्कि हकीकत है. जैसे आप सुन कर दंग रह गए हैं वैसे ही जब अमेरिका राज्य कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में एक मकान को ट्रक पर यात्रा करते हुए लोगों ने देखा तो वे भी हैरान रह गए. उन्हें अपनी आंखों पर यकीन ही नहीं हुआ. इस के लिए वे अपनी गाड़ियों से उतर कर इस अद्भुत नजारे को देखने लगे.

असल में पूरा माजरा यह है कि रियल एस्टेट डेवलपर सैंग फैम ने 5 मकान किराए पर देने के लिए खरीदे हैं, जिस में से ट्रक पर लाद कर ले जाने वाले मकान का वजन 11 टन है, जिसे उन्होंने सिर्फ 1 डौलर यानी 66 रुपए में खरीदा है.

अब आप सोच रहे होंगे कि भला एस्टेट डेवलपर इसे ऐसे लाद कर कहा ले जा रहा होगा तो आप को बता दें कि वे इसे अपने कई किलोमीटर दूर चुला विस्टा स्थित अपने मकान पर ले गए हैं. यह मकान कोई आज का बना हुआ नहीं है बल्कि 90 साल से भी अधिक पुराना है.

इस मकान की मालकिन ने बताया कि उन्हें इस मकान को बेच कर काफी फायदा हुआ है क्योंकि अगर वे दूसरा मकान बनवाने के लिए इसे गिरवाती तो उन्हें ज्यादा खर्च करना पड़ता, तो ऐसे में उन्हें यह सौदा बुरा नहीं लगा. सैन डिएगो ने बताया कि भले ही उन्हें इस मकान को शिफ्ट करने में 20 लाख रुपए लगे लेकिन ये मकान लुक वाइज इतना मस्त है कि कोई भी किराएदार इस मकान में रहने के लिए रेडी हो जाएगा.

मेरी समस्या यह है कि मेरे चेहरे की त्वचा पर ओपन पोर्स हैं, जिससे त्वचा खराब दिखती है.

सवाल

मैं 20 वर्षीय युवती हूं. मेरी समस्या यह है कि मेरे चेहरे की त्वचा पर ओपन पोर्स हैं, जिन की वजह से त्वचा खराब दिखती है और मेकअप भी अच्छा नहीं दिखता है. मैं ऐसा क्या करूं, जिस से मेरी समस्या का समाधान हो?

जवाब

त्वचा पर ओपन पोर्स की समस्या ज्यादा स्क्रबिंग की वजह से होती है. स्क्रबिंग के बाद अगर त्वचा के ओपन पोर्स को क्लोज करने के लिए पैक न लगाया जाए तो त्वचा पर ओपन पोर्स हो जाते हैं. इस समस्या के समाधान के लिए आप 1 चम्मच टमाटर का रस, 1 चम्मच मैदा और थोड़ा सा गुलाबजल मिला कर चेहरे पर लगाएं. जब पैक सूख जाए तो पानी से मसाज करते हुए चेहरे को धो लें.

 

अगर आप भी इस समस्या पर अपने सुझाव देना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट करें और अपनी राय हमारे पाठकों तक पहुंचाएं.

 

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