उत्तर प्रदेश में भाजपा मुसलिम नीति को लेकर दोराहे पर है. एक तरफ भाजपा यह साबित करना चाहती है कि तीन तलाक को लेकर मुसलिम समुदाय में उसकी पैठ बढ़ी है, दूसरी तरफ वह यह भी दिखाना चाहती है कि मुसलिम बिरादरी से उसकी दूरी कायम है. उत्तर प्रदेश में भाजपा के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ईद के मौके पर मुख्यमंत्री आवास पर ईद से जुड़ा कोई कार्यक्रम नहीं किया. इससे यह संदेश गया कि भाजपा ऐसे आयोजनों के खिलाफ है. दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक ने राजभवन में ईद से जुड़ा आयोजन किया.

ईद के दिन मुख्यमंत्री लखनऊ की ईदगाह जाकर ईद की शुभकामना देते लोगों से गले मिलते हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ईदगाह भले नहीं गये पर उप मुख्यमंत्री डाक्टर दिनेश शर्मा और राज्यपाल राम नाइक दोनों ही ईदगाह गये लोगों से मिले. मुसलिम नीति को लेकर भाजपा का उहापोह विधानसभा चुनावों के समय से चल रहा है. विधानसभा चुनावों में भाजपा ने एक भी मुसलिम को चुनाव लड़ने का टिकट नहीं दिया. जब सरकार बनाने का नम्बर आया तो भाजपा ने मोहसिन रजा को मंत्री बना दिया.

राजनीति के जानकारों का कहना है कि भाजपा मुसलिम नीति को लेकर दोराहे पर खड़ी है, वह मुसलिम से दूरी बनाकर अपने परंपरागत वोट बैंक हिन्दुओं को खुश रखना चाहती है. दूसरी तरफ समाज को यह संदेश देना चाहती है कि वह सबका साथ सबका विकास की नीति पर चल रही है. ऐसे में एक तरफ योगी आदित्यनाथ के जरीये ईदगाह न जाकर एक संदेश देती है तो दूसरी ओर राज्यपाल राम नाइक और उप मुख्यमंत्री और डाक्टर दिनेश शर्मा ईदगाह जाकर लखनऊ की गंगा जमुनी सभ्यता की बात करते हैं.

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