आजकल औफिस में पुरुषों के साथसाथ महिलाओं को भी नाइट शिफ्ट में काम करना पड़ता है. हालांकि कई औफिसेज में महिलाओं की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए उन्हें दिन की शिफ्ट में ही काम करने को कहा जाता है लेकिन जिन्हें लेट नाइट रुक कर काम करना पड़ता है, उन के मन में भय बना रहता है.
कई बार ऐसा होता है कि औफिस से घर लौटने में कैब द्वारा 12-1 बज जाता है. बेशक कैब की सुविधा औफिस की तरफ से हो लेकिन रात में सुनसान सड़क से जाते हुए या कैब ड्राइवर के प्रति मन में डर रहता है. ऐसी परिस्थितियों में आप को डरने के बजाय सावधानी बरतने की आवश्यकता है. यदि आप को भी औफिस से घर लौटते समय अकसर रात हो जाती है तो कुछ बातों का ध्यान रखें.
लेट नाइट शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं को अपने साथ सभी इमरजैंसी नंबर रखने चाहिए. इस के अलावा देर से काम करने वाली प्रत्येक प्रोफैशनल महिला को अपने घर के कम से कम 3 व्यक्तियों के कौन्टैक्ट नंबर स्पीड डायल पर लगा कर रखना चाहिए, जिस से कोई अनहोनी होने पर कौन्टैक्ट लिस्ट सर्च करने, नंबर सर्च करने में समय व्यर्थ न हो.
आप को हर समय अलर्ट रहना होगा. औफिस से लौटते समय चाहे आप कितनी भी थकी हुई हों लेकिन कैब में सोने की गलती भूल कर भी न करें. अलर्ट हो कर रूट पर नजर रखें. औफिस से कैब की सुविधा न मिलने पर कोशिश करें कि घर से किसी को बुला लें और उस के साथ ही घर जाएं.
औफिस मैनेजमैंट को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि महिला कर्मचारी को निशुल्क पिक और ड्रौप की सुविधा ही काफी नहीं है, कैब ड्राइवरों के बैकग्राउंड की पूरी जांच करनी चाहिए.
आप की सुरक्षा का खयाल आप की खुद की भी जिम्मेदारी है. अपने पर्स में छोटा चाकू, पेपर स्प्रे रखें. अपने घर वालों के कौन्टैक्ट में रहें. आप किस जगह पर हैं, कब तक लौटेंगी, इस बात की पूरी जानकारी घरवालों को देती रहें.
नाइट शिफ्ट आप नहीं करना चाहती हैं तो अपने सीनियर्स से बात करें. नाइट शिफ्ट करना सेहत के लिए भी ठीक नहीं है और इस से घरपरिवार संभालना भी मुश्किल हो जाता है.
अगर औफिस के किसी पुरुष सहकर्मी की हरकतें आप को असामान्य नजर आती हैं तो इस को नजरअंदाज न करें. इस से पहले कि देर हो जाए, अपने घर या औफिस में सीनियर से इस संबंध में बात करें. नाइट शिफ्ट में पर्सनल कार, स्कूटी का प्रयोग भूल कर भी न करें.
कैब ड्राइवर शौर्टकट लेना चाहे तो सख्ती से मना कर दें चाहे घर पहुंचने में आप को कितनी भी देर हो जाए.