फरवरी का रोमांटिक महीना है. लव बर्ड्स के लिए यह किसी फैस्टिव अवसर से कम नहीं जिस में अपनी बात अपने क्रश से पहली बार, झिझकते ही सही, कहने का अच्छा मौका मिलता है और अपने लविंग पार्टनर पर दिल खोल कर प्यार बरसाने व अपने रिश्ते को और अधिक गहराइयों में ले जाने का मौका होता है.
बहुत प्रेमी ऐसे होते हैं जो अपने लववन से प्यार तो करते हैं लेकिन उन्हें जताना नहीं जानते या जताने में विश्वास नहीं रखते. उन का मानना होता है कि प्यार जताने की चीज नहीं होती, प्यार वह एहसास होता है जो सामने वाले को अपनेआप महसूस हो जाता है.
अब सोचो, आप की प्रेमिका आप को प्यार से ‘आई लव यू’ कहे और आप पलट कर एक बार भी ‘आई लव यू टू’ इसलिए न कहें, ‘भई, हम तो सख्तई में रहते हैं, प्यार बहुत है पर ये 3 शब्द बोल के प्यार कम थोड़े हो जाएगा.’ तो बात मानिए ऐसा सोचना आप की गलतफहमी है. कहीं ऐसा न हो, प्यार ही हाथ से चला जाए. क्योंकि अगर आप अपनी प्रेमिका से अपना प्यार ऐक्सप्रैस ही नहीं कर पाए तो यकीनन आगे गलतफहमी ही पैदा होनी है.
सुननेकहने के लिए यह बढि़या है कि प्यार किया तो जताना क्या, पर भई, प्यार जता दोगे तो क्या कुछ बिगड़ जाएगा? हमारी मानो तो प्यार बढ़ेगा ही. इंसानों ने लाखों सालों के ह्यूमन डैवलपमैंट में कुछ फीलिंग्स और एक्सप्रैशन डैवलप किए हैं तो जाहिर है इन का यूज अपनी फीलिंग्स जताने के लिए ही किया जाता है.
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