“ये तेरा घर ये मेरा घर, हमारी हसरतों का घर” घरोंदा फिल्म के इस गीत में वाकई घर की हसरतें झलकती हैं और जब खुद अपने दम पर अपना घरोंदा बसाया जाता है तो उस की ख़ुशी ही अलग होती है. वैसे भी शादी चाहे वह लव हो या अरेंज हो, आप को किसी की तरफ देखने की जरुरत नहीं है. जो करना है आप खुद से ही करें. आप को ये अहसास होना चाहिए जैसे बच्चा एकएक कदम कर के चलना सीखता है वैसे ही मैरिड लाइफ में आप को धीरेधीरे एकएक चीज जोड़नी है. चाहे किराए पर लेना पड़े लेकिन अपने बजट में घर लें और उसे खुद ही सजाएं. अगर आप के मातापिता का घर बहुत बड़ा है तो क्या हुआ आप तो यही छोटा घर अफोर्ड कर सकते हैं, तो कोई बात नहीं. अपनी ज़िंदगी यहां से शुरू करें.

शादी के बाद अपनी गृहस्थी खुद चलाएं

अपने पार्टनर के साथ नई लाइफ शुरू की है, तो कम सहूलियतों के चलते घबराना कैसा. ये आप का घरोंदा है, आप की गृहस्थी है इसे खुशीखुशी अपने हिसाब से चलना सखिए.

अपने सपने बुनें

आपने यह तो सुना ही होगा कि सपने पूरे करने के लिए इन्हें पहले देखना पड़ता है. इसलिए अपने साथी के साथ मिल कर भविष्य के लिए सपने बुनें. आप अपने घर के लिए क्याक्या सामान लेना चाहते हैं, अपनी जौब में आने वाले सालों में खुद को कहां देखना चाहते हैं, बिजनेस करते हैं तो उसे कितनी ऊंचाइयों पर ले जाने का सपना है. ये सब बातें अपने पार्टनर के साथ मिल कर करें तो साथ में कुछ प्लानिंग भी करें कि कौन सा काम कब करना है और कब तक पूरा करना है.

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