आप विवाह के योग्य हैं और कोई अच्छी नौकरी कर रहे हैं तो आप को लड़की वाले अवश्य घेरते होंगे. अकसर किसी न किसी लड़की की फोटो आप को देखनी पड़ती होगी. फिर आप की मां एकांत में आप से अवश्य पूछती होंगी, ‘क्यों बेटा, लड़की पसंद है?’ और आप हैं कि आप को कोई भी लड़की पसंद नहीं आती. कारण स्पष्ट है कि आप अपने लिए स्वप्नलोक की किसी सुंदरी की तलाश में रहते हैं जिस का एकएक अंग सुघड़ हो, नाक पतली हो, होंठ गुलाबी, कमर लचीली और रंग गोरा वगैरावगैरा.

यह सच है कि सुंदरता हरेक को प्रिय है. सुंदर चेहरे और रूपरंग की ओर हर कोई आकर्षित होता है. इसीलिए हर नवयुवक सुंदर पत्नी की ही तलाश करता है. हां, यह बात दूसरी है कि वह चाहे स्वयं उस सुंदर पत्नी के योग्य न हो, साथसाथ चलने पर लोग उन की जोड़ी पर कटाक्ष करें. किंतु सुंदर पत्नी मिल जाने पर रोजमर्रा के जीवन में कितनी परेशानियां आती हैं, क्या किसी ने कभी इस पर भी गौर फरमाया है? शायद नहीं. जरा इतिहास के पन्ने पलट कर देखिए, सुंदरता के नाम पर क्या हुआ? कितनी ही लड़ाइयां सिर्फ सुंदरता के नाम पर हुई हैं.

सुंदरता मनुष्य की चाहत

हमारे रिश्ते के एक भाई हैं. शादी से पहले उन पर भी खूबसूरत पत्नी पाने का भूत सवार था. खैर, उन्हें सुंदर पत्नी मिल गई. सुंदर पत्नी पा कर वे फूले नहीं समाए. रोज शाम को अपनी पत्नी के साथ सैर करने निकलते थे. पर, इधर कुछ दिनों से उन्होंने घूमनाफिरना बिलकुल बंद कर दिया था. भाभीजी भी दिनभर घर पर ही रहती थीं. कारण पूछने पर पता चला कि एक दिन वे अपनी पत्नी के साथ कहीं जा रहे थे, तभी कुछ लोगों ने उन की पत्नी की सुंदरता को ले कर कटाक्ष किया. भाईसाहब बिगड़ गए. मामला बढ़ गया और उन्हें पुलिस थाने जाना पड़ा. उस दिन से उन्होंने अपनी पत्नी के साथ बाहर निकलना बंद कर दिया. लेकिन यह कब तक चल सकता है? सुंदर चीज को देखना मनुष्य की जन्मजात प्रवृत्ति है. आप सुंदर पत्नी को ले कर बाहर जाएंगे तो लोग उसे देखेंगे ही. वे उस पर फिकरे कसेंगे और उसे देख कर आहें भरेंगे. उस समय आप जहर का घूंट पी कर रह जाएंगे क्योंकि आप अकेले क्या कर पाएंगे? क्या आप अकेले ऐसे लोगों से लड़ने का साहस जुटा पाएंगे? शायद नहीं. और अगर आप शरीर से कमजोर हैं तो क्या आप अपनी सुंदर पत्नी की सुंदरता की रक्षा कर पाएंगे? उस समय आप की सुंदर पत्नी आप को सदैव के लिए अपनी नजरों से गिरा देगी क्योंकि वह आप को अपने सौंदर्य का एकमात्र रक्षक समझती है.

आप उसे सुरक्षा नहीं प्रदान कर सकेंगे तो उस की नजरों से आप का गिरना स्वाभाविक है. आप की सुंदर पत्नी में आप के लिए कभी भी समर्पण की भावना नहीं आ सकेगी. इस से आप के अहं को ठेस पहुंचेगी. यहीं से आप के परिवार के विघटन की नींव पड़ जाएगी.

सुंदर पत्नी तो मुसीबत

हमारे एक परिचित हैं, कमलजी. शादी से पहले यानी कुंआरेपन में वे दिनभर शीशे के सामने बैठ कर चेहरा देखा करते थे, तरहतरह से बाल बनाते थे. घर वालों पर उन का बड़ा रोब था. किसी की जरा सी भी बात सहन नहीं करते थे. उन की भी सुंदर पत्नी पाने की इच्छा थी. खैर, स्वयं सुंदर थे, सो सुंदर पत्नी उन्हें मिल गई. पर जब से उन की शादी हुई है, वे कुछ परेशान से दिखने लगे हैं. कारण स्पष्ट है, पत्नी सुंदर है. सुंदर पत्नी के हजारों नखरे उन्हें उठाने पड़ते हैं. पहले मांबाप तक का कहना नहीं मानते थे, पर अब सुंदर पत्नी की हर बात उन्हें सिर झुका कर माननी पड़ती है. और न मानने पर डांट पड़ती है.

घर में पत्नी की डांट और दफ्तर में अफसर की डांट, दोनों के बीच वे घुन की तरह पिसते हैं. कभीकभी उन्हें क्रोध भी आता है, पर कर कुछ नहीं सकते. किस पर क्रोध करें? दफ्तर में अफसर पर क्रोध प्रकट करें तो नौकरी जाती है. घर में पत्नी पर क्रोध उतार नहीं सकते क्योंकि वह सुंदर है. सो, अपना सारा गुस्सा अंदर ही अंदर पी लेते हैं. क्रोध को अंदर ही अंदर पीने से वे मानसिक तनाव से ग्रस्त रहते हैं. देखा आप ने, सुंदर पत्नी के कारण क्याक्या कष्ट उठाने पड़ते हैं. क्रोध दबाने से हृदयरोग, मधुमेह, रक्तचाप आदि गंभीर बीमारियां तक हो जाती हैं.

सुंदर पत्नी के कारण अकसर घर में बिना किसी बात के झगड़ा हो जाता है. मान लीजिए कि आप अपनी पत्नी से कम सुंदर हैं. आप के घर आप का कोई ऐसा मित्र आता है जो आप से सुंदर है. ऐसे में यदि कभी आप की पत्नी ने आप के मित्र के सौंदर्य, स्वभाव या आदतों की प्रशंसा कर दी तो उस समय आप के मन में संदेह का अंकुर पनप जाएगा. अकारण ही उस मित्र के साथ आप के संबंध खराब हो जाएंगे. आप अपनी पत्नी पर शक करने लगेंगे. बातबात पर आप के उस से झगड़े होंगे. शक की बीमारी का कोई इलाज नहीं है, इसलिए आप तनावग्रस्त रहने लगेंगे. चिंता की दशा में कोई बीमारी आप को घेर लेगी.

सौंदर्य की मारी सुंदर पत्नियां

सुंदर पत्नियां अपने सौंदर्य को बनाए रखने के लिए अपना अधिक से अधिक समय बनावशृंगार में लगाती हैं. वे अपनी घरगृहस्थी, बच्चों और पति की ओर उतना ध्यान नहीं देती हैं, जितना देना चाहिए. अपने बनावशृंगार के सामान पर वे खुल कर खर्च करती हैं. महंगी से महंगी क्रीम, पाउडर तथा महंगी से महंगी साड़ी खरीदने से वे कतराती नहीं हैं. यहां तक कि सुंदर पत्नियां अपने सौंदर्य के चक्कर में पड़ कर अपने बच्चों का लालनपालन भी उचित ढंग से नहीं कर पाती हैं. वे उन्हें स्तनपान कराने से कतराती हैं ताकि उन का शारीरिक सौंदर्य कम न हो जाए, हालांकि स्तनपान कराने से ऐसा होता नहीं. अकसर सुंदर पत्नी चाहने वाले युवक मात्र खूबसूरत चेहरा देख कर ‘हां’ कह देते हैं. उस समय वे यह जानने की कोशिश नहीं करते हैं कि उस की होने वाली पत्नी को घरगृहस्थी संभालना आता है या नहीं, जो एक सुघड़ और कुशल गृहिणी के लिए आवश्यक है. ज्यादातर देखा जाता है कि सुंदर लड़कियों में यह भावना होती है कि उन्हें तो पसंद कर ही लिया जाएगा, इसलिए वे घरगृहस्थी के कामों में शून्य होती हैं.

किंतु शादी के बाद उन्हें घरगृहस्थी के चक्करों में फंसना पड़ता है. उन्हें खाना बनाना तो आता नहीं है, पर मात्र यह दिखाने के लिए कि वे खाना बनाने में निपुण हैं, वे खूब मिर्चमसाले तथा चिकनाई का प्रयोग करती हैं. कभी खूब भुना यानी जला, तो कभी कच्चा भोजन बना कर खिलाती हैं. चूंकि पत्नी सुंदर है तो पति को भोजन करना ही पड़ेगा और वह भी भरपेट. अगर कभी आप अरुचि प्रकट करेंगे तो वह तुरंत आप से पूछेगी, ‘‘क्यों जी, क्या खाना अच्छा नहीं बना?’’ सुंदर पत्नी के भय से आप कहेंगे, ‘‘नहीं, बड़ा स्वादिष्ठ बना है.’’ उस के आग्रह पर आप कुछ ज्यादा ही खा लेंगे. भले ही बाद में आप को वह अपच हो जाए या खट्टी डकारें आने लगें. इस प्रकार सुंदर पत्नी के हाथों का बना भोजन खाने से चंद दिनों में ही आप के शरीर में अनावश्यक चरबी बढ़ने लगेगी और फिर उठनेबैठने में कष्ट होगा.

सीरत पर ध्यान दें

आप सुंदर पत्नी की तलाश न करें. सुंदरता हरेक को अपनी ओर आकर्षित करती है, यह एक शाश्वत सत्य है. पर सुंदरता के साथसाथ आप उस के गुणों और स्वभाव को भी प्रमुखता दें तो ज्यादा अच्छा है. अगर लड़की अधिक सुंदर नहीं है, पर उस में कुशल गृहिणी के गुण हैं तो आप को उसे अपनी पत्नी बनाने में संकोच नहीं करना चाहिए. बाद में आप को लगेगा कि आप ने सही निर्णय लिया ह

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