शादी और ससुराल के बाद भी महिलायंे अपने को किसी से पीछे नहीं मानती. पहले समझा जाता था कि शादी के बाद करियर और शौक खत्म हो जाता है. बडे शहरों में तो पति, परिवार और सुसराल के साथ महिलायें अपने करियर और शौक को पूरा कर ही रही थी. अब छोटे शहरों में भी अपने परिवार का ध्यान रखते हुये महिलायें अपने शौक को पूरा करने का समय निकाल लेती है .इन सबके अपना फ्रेंड सर्किल होता है.जहां यह लडकियांे की तरह अपने शौक पूरा करते डांस और मस्ती करती है. 20 से 30 महिलाओं के ऐसे आयोजन शहरों में बहुत तेजी से होने लगे है.लखनऊ के बंकर क्लब में डिजलिंग डिवास पार्टी का आयोजन ग्रेविटी इवेंट द्वारा किया गया.इसमें लखनऊ की तमाम खूबसूरत महिलाओं ने हिस्सा लिया.इवेंट आयोजक लक्ष्मी मेहरोत्रा कोरियोग्राफर भी है. डिजलिंग डिवास पार्टी की सहआयोजक अमृता पुंडीर ब्यूटी कांटेस्ट विनर रही है.वह बहुमुखी प्रतिभा की धनी है.पार्टी में शामिल हुई महिलाओे ने रैंपवाक सहित और कई तरह के हुनर दिखाये. ब्यूटीफुल स्माइल, स्टार औफ पार्टी और मिसेज टेन आॅन टेन जैसे टाइटिल जीतने के लिये सभी ने पूरी तैयारी की थी.

डिजलिंग डिवास की गेस्ट औफ आॅनर शिवली अरोरा थी. इवेंट की खूबसूरत एंकरिंग मलिका ने की थी. डांस के लिये डीजे नम्बर से सबको थिरकने पर रोमी ने मजबूर किया. बंकर क्लब नाम के हिसाब से ही डेकोरेट किया गया है. इसका श्रेय सचिन मेहरोत्रा को जाता है. डांस और मस्ती भरे शो का हिस्सा बनी ज्यादातर महिलायें शादीशुदा थी. जो अपने परिवार और बच्चों को अच्छी तरह से ख्याल रखने के साथ ही साथ खुद की जिदंगी भी हंसीखुशी से जीती है. डांसमस्ती करती यह महिलायें किसी फिल्मस्टार से कम नहीं दिख रही थी. इनमें शामिल हुई महिलायें घर के साथ अपने खुद के या फिर परिवार के बिजनेस को भी संभालती है.शहर में अपनी मेहनत और लगन से अपनी खुद की पहचान बनाई है.पार्टी की शान बनी इन महिलाओं में सलोनी केसरवानी, एकता सिंह, डाक्टर रितु चुघ, स्वाति भाटिया, स्वीटी चावला, अनुराधा शर्मा, यशा गुलाटी, रूचि सिह, डाक्टर बीना सिंह, सीमा सिंह, अनुष्का सिंह, और शुभी वालिया प्रमुख थी.

इस तरह की पार्टियों के आयोजन शहरों में तेजी से बढ गये है.अब घरों में रहने, कामकाज करने और नौकरी पेशा महिलायें भी कुछ समय अपने लिये निकालना चाहती है.यह केवल किटी जैसी पार्टियों में टाइम पास नहीं करना चाहती.जो सोंच अपनी जिदंगी के प्रति होती है इसको पाने के लिये यह आयोजन होते है.जहां यह पूरी तैयारी के साथ पार्टी को भी इंज्वाय करती है.इस तरह के गेट टू गेदर से इनके आपस में संबंध भी मजबूत होते है जो इनके सामाजिक जीवन के साथ में ही बिजनेस रिलेशन को भी मजबूत करते है.जो लोग महिला सशक्तीकरण की बात करते है उनके लिये यह उदाहरण है यह आपस मंे ही मिलजुल कर महिला सशक्तीकरण की मिसाल बनती है.सबसे अचछी बात कि यह सबकुछ परिवार के साथ और उनकी मदद से करती है.इससे महिला सशक्तीकरण के साथ परिवार संस्था भी मजबूत होती है.यह अपनी खुशियों के लिये किसी पर निर्भर नहीं रहती खुद ही आत्मनिर्भर बनती है.
                            
 

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