दुनिया भर में लाखों लोग डायबिटीज से प्रभावित हैं.इसलिए जरूरी है कि वह अपने खानपान का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि हमारे मुंह में गया हर कौर हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करता है इसलिए खाने से पहले सोचे.

डायबिटीज रोग मनुष्य के साथ जीवन भर रहता है इस स्थिति में हमारा शरीर या तो पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर रहा है या उत्पादित इंसुलिन का रिसपॉन्ड नहीं दे पाता है.

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इस बारे में मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल साकेत, नई दिल्ली के डायबिटीज एडुकेटेर डॉक्टर मंजू पंडा कहतीं हैं कि डायबिटीज रोगियों को नियमित अंतराल में भोजन करते रहना चाहिए ताकि अचानक ब्लड शुगर में कमी न हो. इसके अलावा फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार का सेवन करना चाहिए. इस बात का खास ध्यान रखें कि सुबह के नाश्ते और दोपहर के लंच के बीच जो टाइम होता है, जिसको प्री लंच कहते हैं उस टाइम कोशिश करें कि हल्का-फुल्का कुछ खाएं. इसमें आपको अपने भोजन को डिवाइड करते समय इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि आपको अपनी डाइट में रोजाना कितनी कैलोरी लेनी है. क्योंकि, डायबेटिक रोगियों के लिए ज्यादा कैलोरी शुगर और वजन बढ़ाता है.

1.मौसमी फल: कोई भी लोकल या मौसमी फल जो फाइबर में उच्च और ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम है, आपके ब्लड शुगर के उतार-चढ़ाव को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है.

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2. पालक और पत्तागोभी का जूस: अक्सर जूस में सब्जी या फल की फाइबर सामग्री कम हो जाती है, इसलिए इन्हें ऐसे ही खाने के सलाह दी जाती है. हालांकि, एक बार जूस पीने में कोई बुराई नहीं है. लेकिन यह सुनिश्चित करें कि यह ताजा, घर का बना और नैचुरल हो. आप चाहे तो ताजे पालक के पत्तों के साथ पत्तागोभी के पत्तों को एक साथ मिलाकर थोड़ा सा पानी डालकर ब्लेंड करके ऐसे ही पीने की कोशिश कर सकते हैं.

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