अकसर इस्तेमाल किया जाने वाला जीरा बीज मसाले वाली एक खास फसल है. इस का इस्तेमाल मसाले के अलावा दवा बनाने के लिए भी किया जाता है. इस के बीजों में 2.5 से 4.5 फीसदी तेल पाया जाता है. इस तेल का तत्त्व क्यूमिनोल है, जिस के कारण जीरे के बीजों में खुशबू होती है. बाहर भेजे जाने वाले जीरे में कोई गंदगी किसी किस्म की मिलावट नहीं होनी चाहिए जीरा या किसी भी खाने की चीज में मिलावट होने से कई प्रकार की बीमारियां हो सकती?हैं.

जीरे की फसल में कटाई के बाद उस के भंडारण के समय अकसर छोटेछोटे जीवों का प्रकोप हो जाता है. इन छोटे कीड़ों में कवक (मोल्ड) व जीवाणु मुख्य होते?हैं, जो रासायनिक क्रिया द्वारा जहर पैदा करते हैं. जो फफूंद जहर बनाते हैं, उन्हें  विष फफूंद कहते हैं. ये विष फफूंद मसालों की खुशबू को खत्म कर देते हैं और उन के द्वारा बनाए हुए फफूंद विष सेहत के लिए नुकसानदायक होते?हैं और कैंसर भी पैदा कर सकते?हैं.

भारत से अमेरिका, ब्रिटेन, जरमनी, यूरोप, जापान व कनाडा वगैरह देशों को जीरा भेजा जाता है. इन देशों में खाने के सामान को ले कर काफी कड़े नियम हैं. इसलिए जीरा व दूसरी खाने की वस्तुएं साफसुथरे ढंग से तैयार की गई होनी चाहिए. अमेरिकन मसाला व्यापार संगठन ने साफसफाई की एक सीमा तय कर दी है. अगर जीरे के नमूने में मरे हुए कीटपतंगे, जानवरों का मलमूत्र या अन्य गंदी चीजें मिली हों तो अमेरिका के नियमों पर वह खरा नहीं उतरता.

यदि जीरे में पाई गई कमियां दूर नहीं हो पातीं, तो भेजा हुआ माल या तो फेंक दिया जाता है या फिर भेजे जाने वाले देश को वापस कर दिया जाता?है, जिस से बहुत नुकसान होता है. इसलिए जीरा फसल में कटाईसफाई व भंडारण सही ढंग से करना चाहिए.

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