ट्रैक्टर के रखरखाव और उस के इस्तेमाल के बारे में जानने के लिए ट्रैक्टर का मैन्युअल यानी ट्रैक्टर के साथ जो निर्देशिका पुस्तिका (बुकलैट) होती है, उसे ध्यान से पढ़ें और उस के मुताबिक ही ट्रैक्टर का इस्तेमाल करें.
जानकारों का मानना है कि खराब देखरेख में चलने वाला ट्रैक्टर ईंधन की 25 फीसदी तक अधिक खपत कर सकता है, इसलिए कुछ भी संदेह होने पर अपने ट्रैक्टर विक्रेता या मान्यताप्राप्त सर्विस स्टेशन से संपर्क करें.
हमेशा सही गियर में चलाएं ट्रैक्टर
- ट्रैक्टर को गलत गियर में चलाने से ईंधन की खपत 30 फीसदी तक बढ़ सकती है और खेत की जुताई जैसे काम में भी अच्छे नतीजे नहीं मिलते. इसलिए ट्रैक्टर की जरूरत (लोड) के हिसाब से गियर का इस्तेमाल करें.
2. अगर पहिए फिसलते हैं तो... खास हालात में काम करते समय अगर ट्रैक्टर के पहिए फिसलते हैं तो ढलुए लोहे के वजन से उन्हें फिसलने से बचाएं.
3. पहिए की फिसलन को कम से कम करने के लिए सही मात्रा में वजन का इस्तेमाल करें और खेत का काम खत्म होने के बाद ट्रैक्टर से वजन हटा दें.
4. डीजल का रिसाव रोकें : हर रोज अपने ट्रैक्टर की जांच करें कि कहीं डीजल का रिसाव तो नहीं हो रहा है. एक बूंद प्रति सैकंड डीजल रिसने से सालाना 2,000 लिटर का नुकसान हो सकता है इसलिए ईंधन की टंकी, ईंधन का पंप, फ्यूल इंडक्टर और ईंधन लाइनों के जोड़ों को जांचें.
5. इंजन बंद कर दें : अगर आप का टै्रक्टर चालू है और एक ही जगह खड़ा है तो प्रति घंटा 1 लिटर से ज्यादा डीजल की खपत करता है इसलिए लंबे समय तक ट्रैक्टर को चालू न रखें.