ई-मैगज़ीन
ऑडियो स्टोरी
लॉग इन
Subscribe
कहानी
राजनीति
समाज
संपादकीय
लाइफ स्टाइल
बौलीवुड
हेल्थ टिप्स
क्राइम
आपकी समस्याएं
फार्मिंग
Subscribe
लॉग इन
कहानी
बौलीवुड
क्राइम
समाज
आपकी समस्याएं
हेल्थ टिप्स
लाइफ स्टाइल
ऑडियो स्टोरी
राजनीति
फार्मिंग
ई-मैगज़ीन
संपादकीय
त्रिशंकु
नवीन के बाबूजी को गुजरे 7 साल हो गए थे. मां वहीं ग्वालियर में बड़े भाई के पास रहती थीं.
भाग - 1
नवीन की गलती से उसकी रूह कांप रही थी.
भाग - 2
रुचि को बहुत बार समझाने की कोशिश की कि ग्वालियर एक शहर है न कि गांव. फिर कुरसी पर बैठ कर खाने से क्या कोई सभ्य कहलाता है.
भाग - 3
रुचि के जाने के बाद नवीन ने उस के मायके फोन किया था कि वह अपनी आदतें बदलने की कोशिश करेगा.
×
सबस्क्राइब करें
डिजिटल
+ प्रिंट
एडिशन
अपना फ़ोन नम्बर/ईमेल आईडी या दोनों भरें.
Already Registered?
LOGIN HERE.
×
लॉग इन करें
डिजिटल एडिशन
Resend OTP
Don't have an account?
GET REGISTER.
अनलिमिटेड कहानियां आर्टिकल पढ़ने के लिए आज ही सब्सक्राइब करें
Subscribe Now
होम
रोमांस
फैमिली ड्रामा
क्राइम
ऑडियो स्टोरी