मैरिट पर ही शिक्षा संस्थानों में दाखिला मिलने और सरकारी नौकरी मिलने की मांग आरक्षण विरोधियों द्वारा की जा रही है पर परीक्षाओं में धड़ाधड़ नकल, पेपर लीक होना और कोचिंग कक्षाओं में परीक्षा का प्रश्नपत्र ही खोल देना मैरिट के तर्क की धज्जियां उड़ा देता है. देशभर के परीक्षा केंद्र छावनियां बन जाते हैं पर फिर भी नकल इस बुरी तरह होती है कि लगता ही नहीं कि परीक्षा देने वाले कुछ तैयारी कर के आते हैं. परीक्षा देने के दिनों में पहले से अगर प्रश्नपत्र लीक हो जाए तो भी ज्यादातर छात्रों को चिटें साथ ले जानी पड़ेंगी क्योंकि प्रश्न मालूम होने पर भी वे उत्तर याद नहीं रख पाएंगे. अगर प्रश्नपत्र परीक्षा हाल में ही मिले तो उसे पहले स्मगल कर के बाहर लाना और फिर उस के उत्तर परीक्षार्थी तक पहुंचाना खासा टेढ़ा काम है मगर इस में अब विशेषज्ञ तक उतर आए हैं. वे मोटी रकम ले कर यह करतूत करते हैं.

मैरिट की मांग की प्रतिष्ठा उस समय ही समाप्त हो जाती है जब पता चलता है कि परीक्षाओं में मैरिट का मूल्य तो बहुत कम है. पहली बात तो यह है कि जो पढ़ाया जा रहा है और उस पढ़ाई पर जो प्रश्न पूछे जा रहे हैं, वे असल में हैं किस काम के. हमारी शिक्षा व परीक्षा प्रणाली आज भी बेहद दकियानूसी, अंधविश्वासी लकीर की फकीर है. आधुनिकीकरण के नाम पर हाल के दशकों में जो किया गया है वह शिक्षा और परीक्षा को कठिन बनाने के लिए षड्यंत्र के रूप में किया गया है ताकि पहली, दूसरी पीढ़ी के साधारण घरों के बच्चे उसे समझ ही न पाएं और कम पढ़े मातापिताओं के बच्चे शिक्षा परीक्षा छोड़ कर छोटीमोटी नौकरियां ही करते रहें.परीक्षाओं में धांधलियां होती ही इसलिए हैं कि जो पूछा जाता है वह इतना क्लिष्ट व अव्यावहारिक होता कि साधारण छात्र उसे हल कर ही नहीं सकते और इसलिए परीक्षाएं नकल के कारण निरर्थक हो गई हैं. यह स्थिति सुधरने वाली नहीं है. शिक्षा का  व्यावसायीकरण इस तरह हो गया है कि परीक्षा में अच्छे अंक पाने वालों को तो सिर्फ कोचिंग कक्षाओं वाले हार पहनाते हैं ताकि उन के बहाने नए छात्रों को आकर्षित किया जा सके.ऐसे माहौल में आरक्षण विरोधियों की मैरिट की मांग का क्या अर्थ रह जाता है. परीक्षाएं तो जुआ या पहुंच वालों के लिए बैरियर हैं, मेधावी युवाओं का चयन करने का काम तो बस अनायास हो जाता है. 

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...