भारत में अब तेजी से संक्रमण फ़ैल रहा है, मंगलवार (7 अप्रैल) के सुबह तक संक्रमित मरीजों की संख्या 4421 पहुंच गया है. यह ऐसा वायरस है, जो बेहद तेजी से फैलता है, एक नजर डालते है,किस आयु वर्ग में कितना संक्रमण हुआ है. कितने फीसदी पुरुष और महिला इससे प्रभावित है और किस बीमारी के लोग इससे अधिक प्रभावित है , तो आइये जानते है :-

* इसकी सामान्य मृत्यु दर भी करीब 4 फीसदी है. वही वृद्ध संक्रमित व्यक्ति के बीच (उम्र 60-80), यह मृत्यु दर 8 फीसदी तक देखी गई है.

* भारत सरकार ने सोमवार ( 6 अप्रैल तक) को बताया की 4067 लोग इसे संक्रमित हो चुके है . लैंगिक आधार पर देखे तो इन मामलों में 76% पुरुष और 24% महिला हैं.

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* संक्रमित लोगों के बात अब आयु के आधारित पर करते है तो पत्ता चलता है 47% संक्रमित लोगों का 40 वर्ष से कम आयु वर्ग के है , वही  40 से 60 वर्ष की आयु के बीच के 34% लोग इससे संक्रमित हैं , जबकि 19% लोग 60 और उससे अधिक आयु वर्ग के हैं .

* 6 अप्रैल तक भारत में कोरोना (कोविड– 19) के कारण हुई 109 मौत हो चुका है. लैंगिक आधार पर देखे तो इन मामलों में मरने वाले में 73% पुरुष और  27% महिला हैं.

* मरने वाले की संख्या अगर आयु के आधारित देखे तो  63% बुजुर्गों की मौत की पुष्टि (60 एवं अधिक आयु के) हुए है, वही 30% ऐसे लोग है जिनका उम्र  40 से 60 वर्ष के बीच है, जबकि 07% मरने वाले लोगों की आयु 40 वर्ष से कम है .

* अब अगर संक्रमित मरीजों के बीमारी पर नजर डाले तो पत्ता चलता है कि  मधुमेह, किडनी की क्रोनिक दिक्कतें, उच्च रक्तचाप और दिल से संबंधित समस्याएं के कारण 86% मौत लोगो का मौत हुआ.

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* संक्रमण ने बुजुर्गों को अपने चपेट में ले लिया है , इनके बीच 19 फीसदी पुष्ट मामले सामने आये है.  उनमें से 63 फीसदी मौतें देखी गई हैं. इस लिहाज़ से बुजुर्ग वर्ग अत्यधिक जोखिम वाली वर्ग है. इसे विशेष देख रेख कि जरुरत हैं.

* एक अध्ययन में यह बात सामने आया है कि भारत में कोरोना वायरस तेजी से युवा और कामकाजी आबादी को अपनी चपेट में ले रहा है. करोना वायरस से संक्रमित महिलाओं के मामले में ज्यादातर की उम्र 20 से 29 साल के बीच है.

*  विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि शुरुआत में युवाओं की तुलना में वृद्ध लोगों में मृत्यु दर अधिक हो सकती है. लेकिन युवा आयु का होने का मतलब यह नहीं है कि व्यक्ति खतरे से बाहर है.

* विशेषज्ञों कहते है कि एक बात का ध्यान रखें कि कोरोना वायरस संकरण करते समय आपके उम्र से  तय नहीं होता कि किसके साथ संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है और किसके साथ कम.

* अगर इटली, स्पेन और अमेरिका से जो आंकड़ों कि बात करे तो वहाँ यह देख गया किशोरों की तुलना में वयस्कों को अस्पताल में भर्ती कराने दर ज्यादा है. यानि युवा वर्ग में संक्रमण का दर तेज है .

 कोरोना का  संक्रमण किसी को भी हो सकता है , इस लिए संक्रमण से बचने के लिए इन बातों का विशेष ध्यान रखे :-

– जब बहुत ही जरूरी हो तभी  घर से बाहर निकलें और गर में हो या बहार हो सोशल डिस्टेंसिंग का अनुुपालन हर हाल में करें.

–  बाहर निकलते वक्त मुंह पर मास्क जरूर लगाएं .  अपने हाथों को मुुंह, आंख और नाक से दूर ही रखें. साथ ही साबुन से बार-बार हाथों को धोएं एवं अगर हो सके तो सैनिटाइजर से हाथों को साफ करते रहे .

– कोशिश करे की ठंडे खाद्य पदार्थों का सेवन काम हो और गर्म खाना ही खाये .

– खाने में फाइबर , प्रोटीन और विटामिन युक्त भोजन करे साथ ही इस समय अधिक तले-भुने खाने से बचें.

– यह वायरस आपके श्वास लेने के प्रक्रिया को बाधित करती है, अतः युवाजन सिगरेट, शराब, तंबाकू और गुटखे से दूर बनाये रहें.

– आप को अगर  खांसी, जुकाम या बुखार होता है तो  डॉक्टर से परामर्श जरूर लें. बिना डॉक्टर के परामर्श के दवाओं का प्रयोग न करें.

– जिसे लोग पहले से ही हृदय, कैंसर, लीवर, गुर्दा, मधुमेह और ब्लड प्रेशर से पीड़ित है , उन्हें अधिक सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है.

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