हैल्थ इज वैल्थ यानी स्वास्थ्य ही धन है. यह कहावत दुनिया मानती है लेकिन दुनियावाले नहीं. अब जब कमजोर स्वास्थ्य वालों को वायरसरूपी दुश्मन आसानी से टारगेट कर रहा है तो जिस्म के इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने की चिंता दनियाभर में महसूस की जा रही है.

इम्यूनिटी के मद्देनजर आज हर तरफ और्गेनिक का बोलबाला है. सब्जी, फल, मसाले, दालें, आटा सभी कुछ और्गेनिक मिल रहा है और लोग भी और्गेनिक चीजों को खासा पसंद कर रहे हैं. इसी बीच, अब और्गेनिक दूध का भी प्रचलन बढ़ रहा है. कई कंपनियां तो लोगों को और्गेनिक दूध मुहैया करा भी रही हैं.

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क्या है और्गेनिक दूध और्गेनिक का मतलब होता है सौ फीसदी नेचुरल यानी जिस चीज के उत्पादन में किसी भी रासायनिक वस्तु का इस्तेमाल नहीं किया गया हो. दूध गाय और भैंस से निकाला जाता है तो फिर इसमें और्गेनिक क्या है, यह बड़ा सवाल है.दरअसल,‌ और्गेनिक दूध पाने के लिए पशुओं को ऐसा चारा खिलाया जाता है जिसका उत्पादन जैविक खाद से किया जाता है. इसके साथ ही इन जानवरों को किसी भी तरह का एंटीबायोटिक भी नहीं दिया जाता है.

और्गेनिक डेयरी फार्म में स्वच्छंद घूमती हैं गाय बड़े स्तर पर और्गेनिक दूध का उत्पादन करने के लिए विशेष तरह के डेयरी फार्म की जरूरत होती है. ये डेयरी फार्म कई एकड़ में फैले होते हैं. यहां एक हिस्से में पशुओं को रखने का इंतजाम होता है वहीं कई बड़े हिस्से में पशुओं के लिए और्गेनिक तरीके से चारे का उत्पादन किया जाता है. इन डेयरी फार्मों पर पशुओं को रेडीमेड चारा नहीं खिलाया जाता बल्कि फार्म में ही पैदा किया गया पौष्टिक व जैविक चारा खिलाया जाता है.

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