उत्तर प्रदेश में चुनावी उठापटक शुरू हो गई है जिस का बड़ा एहसास उस वक्त भी हुआ जब सपा प्रमुख मुलायम सिंह की बहू अपर्णा ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पैर छुए. रिवाज यही है कि जब कोई विवाहिता पैर छुए तो तो बुजुर्ग उसे सौभाग्यवती बने रहने का आशीर्वाद देते हैं, जो राजनाथ ने भी दिया.
इस चुनावी पैरछुआई के अपने अलग माने हैं. छुटभैयों से ले कर महारथी तक अपने से बड़े नेता के पैर छूते हैं. इस में भी ज्यादा मजा विरोधी पार्टी के वरिष्ठ नेता के पैर छूने में आता है क्योंकि छूने वाले के मन में श्रद्धा कतई नहीं रहती. शिष्टाचार और संस्कार अब उफान मार रहे हैं जिस का फायदा मुलायम कुनबा भी उठाने में चूक नहीं रहा. पैर छूने से बड़ीबड़ी कठिनाइयां टल जाती हैं. वैसे भी, शिष्टाचार और सम्मान का इस से बेहतर तरीका कोई और नहीं जो पैर छुआने वाले का अहम तुष्ट करता है.
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