अपमानित करने का एक परंपरागत भारतीय तरीका है न बुलाना यानी कि हुक्कापानी बंद करना, जिस का ताजा शिकार या पीडि़त दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं. बीती 25 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के नोएडा को दक्षिण दिल्ली से जोड़ने वाली मजेंटा लाइन मैट्रो का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया जिन्होंने गुजरात में नीच कहे जाने को खूब भुनाया. इस अहम मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जानबूझ कर नहीं बुलाया गया जिस पर आम आदमी पार्टी की तिलमिलाहट व्यक्त भी हुई.

साबित तो हो गया कि भाजपा केजरीवाल से किस हद तक ईर्ष्या रखती है. ताज्जुब इस बात का है कि यहां तो ड्राइवरलैस मैट्रो के उद्घाटन पर बैर छिपाने की जरूरत भी नहीं समझी गई. अब यह दिल्ली की जनता तय करेगी कि यह उस का भी अपमान था या नहीं.

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