गुजरात के एक नए हीरो और युवा दलित नेता जिग्नेश मेवाणी को चुनाव लड़ने के लिए मशहूर और विवादित लेखिका अरुंधति राय ने 3 लाख रुपए दिए थे. यह अहम बात मंदिर, जनेऊ, मुगल और ऊंचनीच के शोर में दब कर रह गई. बड़गाम आरक्षित सीट से कांग्रेस के समर्थन से निर्दलीय लड़े जिग्नेश को यह बौद्धिक समर्थन अर्थरूप में अरुंधति ने दे कर एक संभावना को जिंदा रखने की ही कोशिश की थी.
आमतौर पर राजनीति से एक तयशुदा दूरी बना कर चलने वाली अरुंधति अहिंसा को हथियार नहीं मानतीं. दलित हितों की हिमायत करती रहने वाली इस बुकर पुरस्कार विजेता लेखिका ने जता ही दिया कि लेखक इस तरह भी मदद कर सकते हैं. जिग्नेश ने क्राउड फंडिंग के जरिए 10 लाख रुपए जमा किए थे जिस में सब से बड़ा हिस्सा अरुंधति का था. हालांकि, इस पर किसी ने यह कह डाला कि अभी तो जिग्नेश को पाकिस्तान से भी पैसा मिलेगा.