बौंबे स्टौक एक्सचेंज यानी बीएसई अगस्त के दूसरे पखवाड़े में देश की दूसरी सब से बड़ी सूचना तकनीकी कंपनी इंफोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिक्का के पद छोड़ने और फिर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के प्रमुख रहे नंदन नीलेकणी के इस का नया सीईओ बनाए जाने के बीच झूलता रहा.

सिक्का के पद छोड़ते ही बाजार गिर गया और इंफोसिस के शेयर धड़ाम से गिरने लगे लेकिन जैसे ही नीलेकणी इस के नए प्रमुख बनाए गए, सूचकांक में जान आने लगी. वैश्विक संकेतों का भी बाजार पर अच्छा असर रहा और त्योहारों के माहौल के बीच बाजार में सकारात्मकता बनी रही.

नीलेकणी को इंफोसिस की जिम्मेदारी की खबर आते ही शेयर बाजार में रौनक लौट आई और 23 तथा 24 अगस्त को सूचकांक में 400 अंक तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई. नैशनल स्टौक एक्सचेंज में भी अच्छा कारोबार दर्ज किया गया.

इस बीच, सरकार ने बैंकिंग क्षेत्र में सुधार की घोषणा करते हुए सरकारी क्षेत्र के बैंकों की संख्या 10-12 तक रखने के लिए कदम उठाने की बात की. इस का भी बाजार पर सकारात्मक असर हुआ और सूचकांक में बढ़ोतरी दर्ज की गई.

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