वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वित्त वर्ष 2017-18 के लिए बजट पेश कर दिया है. वित्त मंत्री का बजट इस बार किसानों के नाम ही रहा. किसानों के उत्थान के लिए कई योजनाएं लागू करने का प्रस्ताव रखा गया है. देश को काला धन मुक्त बनाने के लिए भी कई प्रस्ताव रखे गए हैं. एक तरफ मध्यम वर्ग पर टैक्स का बोझ कम किया गया हैं वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक पार्टियों के लिए भी मुश्किलें बढ़ा दी गई हैं.
अब 3 लाख से ज्यादा का कैश ट्रांजेक्शन संभव नहीं होगा. इसके साथ ही कई उत्पादों पर कस्टम ड्यूटी को बढ़ाया गया है तो कई पर घटाया गया है. इससे कुछ चीजें सस्ती हो गई हैं तो कुछ महंगी.
ये चीजें हो गईं सस्ती-
- एलएनजी (लिक्वीफाइड नैचुरल गैस)
- लेदर
- कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए पीओएस मशीनें
- फींगर स्कैनर, माइक्रो एटीएम और आइरस स्कैनर भी सस्ता हो गया है
- निकेल
- आरओ मेम्बरेन एलीमेंट्स
- विंड ऑपरेटेड एनर्जी जनरेटर
- सौर ऊर्जा बैटरी
- वेजीटेबल टैनिंग एक्सट्रैक्ट्स
इसके अतिरिक्त रेलवे ई-टिकट पर अब सर्विस चार्ज नहीं लगेगा. यानी कि ई-टिकट भी सस्ते हो जाएंगे.
इन चीजों के बढ़ गए दाम-
- पान मसाला, गुटका
- सिगरेट और सिगार
- विदेशी काजू
- पेपर रोल बीड़ी
- चांदी के सिक्के और चांदी के गहने
- एल्यूमीनियम
- एलईडी बल्ब
- मोबाइल फोन विनिर्माण में काम आने वाले प्रिंटेड सर्किट बोर्ड पर सीमा शुल्क शून्य से बढ़ाकर दो प्रतिशत किया गया. इससे मोबाइल फोन भी महंगे हो जाएंगे.
- स्टील का सामान
- सिल्वर फॉयल
वित्त मंत्री के बजट को सब तरफ से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है. पर ये तो आने वाले दिनों में ही पता चलेगा कि किसके दिन कितने अच्छे होंगे.